उन्होंने कहा कि आज हमारी आपातकालीन बैठक हुई है। इसमें समाज की एकता के संबंध में वार्ता की गई है। हम चाहते हैं कि समाज की एकता पर कोई फ़र्क न पड़े। सरकार से अनुरोध है कि वह भी कोई इस तरह का काम ना करें जिससे हमारे आरक्षण में कोई बाधा आए। गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के साथ सरकार से हुए समझौते का पालन किया जाए इसमें कोई कोताही बढ़ती जाती है तो सरकार को उसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
हिम्मत सिंह के बारे में पूछे जाने पर कहा कि कौन हिम्मत सिंह? आरक्षण संघर्ष समिति यह आपके सामने है। इसके अलावा कोई नहीं है। यह जो निर्णय लेती है वह सर्वमान्य होता है। अब 20 अप्रेल को हम समाज की एकता के संबंध में महापंचायत सिकंदरा में करेंगे।
बीजेपी में शामिल होने के कई कारण बीजेपी में शामिल होने के संबंध में कहा कि मैंने बीजेपी कई कारणों से ज्वाइन की है उसमें सामाजिक कारण या राष्ट्रीय कारण कई कारण हो सकते हैं। यदि राज्य सरकार हमें वार्ता के लिए बुलाती है तो हम जाएंगे।
उन्होंने आरक्षण पर कहा कि जब केंद्र सरकार सवर्णों को 10% आरक्षण देती है और उन्हें मिल भी गया है तो हमें भी हमारा हक मिलना चाहिए। इस बैठक में किरोड़ी सिंह बैंसला इनके पुत्र विजय बैंसला एवं शैलेंद्र सिंह सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।
मीटिंग में किरोड़ी सिंह बैंसला के लोकसभा चुनाव के लिए गुर्जर समाज का भाजपा को समर्थन देने के पश्चात गुर्जर समाज मैं उपजे विरोध एव हिम्मत सिंह पालड़ी के दौसा में एक मीटिंग ली थी, जिसमें किरोड़ी सिंह बैंसला के भाजपा में शामिल होने का विरोध किया गया था।
खास तौर से युवा वर्ग एवं नौकरियों से वंचित रहे लोगों का विरोध किरोड़ी सिंह बैंसला के प्रति है क्योंकि उन्हें यह लगता है कि यदि गुर्जर समाज लोकसभा चुनाव में भाजपा को समर्थन देता है तो राज्य में कांग्रेस की सरकार उन्हें नौकरियां नहीं देगी।
किरोड़ी सिंह बैंसला के घर पर हो रही मीटिंग में सभी लोग किरोड़ी सिंह बैंसला के समर्थक है और उनका कहना है कि किरोड़ी सिंह बैंसला ने समाज के लिए बहुत कुछ किया है और यदि उन्होंने कुछ सोच समझ कर भाजपा को समर्थन दिया है तो हमें उनका साथ देना चाहिए जो लोग गुर्जर समाज को भड़का रहे हैं,हमें उनसे सतर्क रहना चाहिए।