इस चुनाव में भाजपा व कांग्रेस ने जमकर ताकत झोंकी। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में केन्द्रीय राज्यमंत्री रही जसकौर मीना को भाजपा ने मैदान में उतारा तो कांग्रेस ने दौसा विधायक मुरारीलाल मीना की पत्नी सविता मीना पर दांव खेला। रमा पायलट के बाद एक बार फिर से दौसा से महिला सांसद का बनना तय माना जा रहा है।
चुनाव परिणाम को लेकर जितनी उत्सुकता आमजन में है, उससे कहीं ज्यादा बैचेनी पार्टियों के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं में बनी हुई है। बस्सी में उत्सुकता और बैचेनी का ये माहौल नजर आया। यहां विभिन्न राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों के कार्यालयों और घरों में चहल-पहल रही।
ये है प्रत्याशी
जिला निर्वाचन अधिकारी अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि भाजपा से जसकौर मीना, कांग्रेस से सविता मीना, बसपा से द्वारकाप्रसाद, निर्दलीय अंजू धानका, निर्दलीय विमलादेवी मीना, एनपीएसफ से चन्द्रप्रकाश मीना, निर्दलीय मालीराम नायक, निर्दलीय राधेश्याम मीना, एपीओआई से रामफूल मीना, पीपीआईडी से रिंकूकुमार मीना व निर्दलीय भारती मीना चुनावी मैदान में हैं। कुल 11 प्रत्याशियों में से पांच प्रत्याशी महिला हैं।
लोकसभा सीट दौसा के लिए 6 मई को हुए मतदान में जिले की दौसा, सिकराय, लालसोट, महुवा व बांदीकुई विधानसभा सीट तथा अलवर की थानागाजी व जयपुर जिले की बस्सी व चाकसू विधानसभा के कुल 17 लाख 26 हजार 376 वोटों में से 10 लाख 56 हजार 533 वोट डले थे।
बस्सी
चाकसू
थानागाजी
बांदीकुई
महुवा
सिकराय
दौसा
लालसोट