बुखार आने पर उसे नांगल राजावतान पीएचसी पर दिखाया गया। इसके बाद भी मरीज को फायदा नहीं होने पर एक नम्बर को जिला चिकित्सालय में परिजनों ने भर्ती कराया। वहां पर जांच में उसे डेंगू होना पाया गया। मरीज का जिला चिकित्सालय में उपचार चल रहा है। चिकित्सा टीम ने गांव में पहुंचकर 44 घरों का सर्वे किया। मरीज के घर के आस-पास के 36 लोगों के रक्त के नमूने लिए। सात जगहों पर एमएलओ डालकर फोगिंग की गई। ब्लॉक टीम मलेरिया निरीक्षक गंगासहाय मीना, लाली मीना, पुष्पा राजपूत आदि ने लोगों को मौसमी बीमारियों से बचाव की जानकारी दी।
पावटा में फिर फैला डेंगू
खेड़ला. समीप के पावटा गांव में एक महीने के भीतर ही फिर डेंगू ने पांव पसार लिया है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। हरदेव पावटा ने बताया कि करीब 10 लोगों को डेंगू पॉजीटिव पाया गया है। निजी अस्पतालों में कराई जांच के बाद गांव में दहशत का माहौल है। घर-घर में बुखार के मरीज हैं। गौरतलब है कि करीब एक पखवाड़े पूर्व एक ही परिवार के & लोगों में डेंगू पॉजिटिव मिला था और एक बालिका की मौत हो गई थी।
खेड़ला. समीप के पावटा गांव में एक महीने के भीतर ही फिर डेंगू ने पांव पसार लिया है। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ध्यान नहीं दे रहा है। हरदेव पावटा ने बताया कि करीब 10 लोगों को डेंगू पॉजीटिव पाया गया है। निजी अस्पतालों में कराई जांच के बाद गांव में दहशत का माहौल है। घर-घर में बुखार के मरीज हैं। गौरतलब है कि करीब एक पखवाड़े पूर्व एक ही परिवार के & लोगों में डेंगू पॉजिटिव मिला था और एक बालिका की मौत हो गई थी।
इसके बाद खानापूर्ति के तौर पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें गई, लेकिन एक बार फिर गांव में डेंगू की चपेट में लोग आ गए हैं। स्वास्थ्य केंद्र पावटा में भी जांच की व्यवस्था नहीं होने के कारण लोगों को निजी जांच केंद्रों पर मोटी रकम देनी पड़ रही है। ग्रामीणों ने जिला कलक्टर दौसा और स्वास्थ्य विभाग के निदेशक को पत्र लिखकर गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैनात करने की मांग की है।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पावटा स्थित पीलवाल पट्टी में प्रियांशु पुत्र इंदर, कमलेश पत्नी वीरसिंह, मनोज पुत्र धीरसिंह, राहुल पुत्र कमर सिंह, मीरा पत्नी संजय गुर्जर, सफेदी पत्नी आराम सिंह, गुड्डी पत्नी विजय सिंह, उदय पुत्र कल्याण सिंह, सुशीला पत्नी महेंद्र सिंह, शीला पत्नी इंदर सिंह आदि को डेंगू पॉजीटिव मिला है।
बीसीएमएचओ डॉ. रमेश हरिपुरा ने बताया कि ग्राम पावटा सहित क्षेत्र में मौसम के हिसाब से वायरल बुखार चल रहा है। इसमें मरीज की प्लेट लेट गिरती है। डेंगू की पुष्टि जिला चिकित्सालय में एलआई टेस्ट के बाद ही संभव है। निजी जांच केंद्रों की रिपोर्ट में केवल प्लेट लेट के आधार पर मरीज को गुमराह करने के लिए डेंगू बताया जा रहा है। पावटा में बुखार फैलने की जानकारी अभी नहीं मिली है।