वहीं, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसी नाराजगी के चलते एक गुट ने बैंसला को संघर्ष समिति से बाहर करने का दावा किया है। जबकि दूसरे गुट ने बैंसला को समिति का संयोजक बनाए रखने की घोषणा की है। फिलहाल इस मुद्दे में अभी किसी भी समिति से आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है।
वहीं सूत्रों के कहना है कि गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के भाजपा ज्वाइन करने के बाद गुर्जर आरक्षण आंदोलन से जुड़े नेताओं में खुलकर दो फाड़ सामने आ गए हैं। इसी को लेकर समिति में नाराजगी है और बैंसला को बाहर का रास्ता दिखाने का एलान किया है। तो दूसरे पक्ष ने बैंसला का समर्थन करते हुए कहा है कि बैसला को बाहर करने वाले पहले ही निष्कासित हैं।
बता दें कि गुर्जर आरक्षण आंदोलन के प्रदेश में ध्वजवाहक माने जाने वाले कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला फिर भाजपा के साथ आ गए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ( Amit Shah ) ने कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला और उनके पुत्र विजय बैंसला ( Vijay Bainsla ) को नई दिल्ली में बुधवार को भाजपा की सदस्यता ग्रहण करवाई। बता दें कि कर्नल बैंसला वर्ष 2009 का लोकसभा चुनाव भाजपा के टिकट पर टोंक-सवाईमाधोपुर लोकसभा क्षेत्र से लड़ चुके हैं।