scriptघर हो या बाजार, चहुंओर ‘टिकट वार, भाजपा के टिकट की देरी से चर्चाओं के गलियारे गर्माए | Heat the discussions of the BJP ticket delay | Patrika News

घर हो या बाजार, चहुंओर ‘टिकट वार, भाजपा के टिकट की देरी से चर्चाओं के गलियारे गर्माए

locationदौसाPublished: Apr 13, 2019 08:09:39 am

Submitted by:

gaurav khandelwal

लोगों में बढ़ी उत्सुकता, आखिर किसे मिलेगा टिकट

bjp news

घर हो या बाजार, चहुंओर ‘टिकट वार, भाजपा के टिकट की देरी से चर्चाओं के गलियारे गर्माए

दौसा. प्रदेश की हॉट लोकसभा सीट दौसा के लिए भाजपा के टिकट में देरी से चर्चाओं के गलियारे गर्मा गए हैं। घर हो या बाजार या सोशल मीडिया हरेक जगह टिकट वार छाया हुआ है। आए दिन नए नए नाम भी चौंका रहे हैं। वहीं लोगों में उत्सुकता बढ़ गई है कि आखिर भाजपा दौसा संसदीय सीट से किसे टिकट देगी। अलग अलग गुटों में फंसी यह सीट अब नाक का सवाल बन गई है। ऐसे में हरेक गुट ने अपना पूरा जोर टिकट के लिए लगा रखा है। स्थिति यह है कि नए नाम सामने आने के बावजूद पार्टी भी भाजपा प्रत्याशी को लेकर अधिकृत घोषणा नहीं कर पा रही है, जबकि दौसा में लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के नामांकन प्रक्रिया के शुक्रवार को तीन दिन पूरे हो चुके हैं।
वहीं दूसरी ओर भाजपा कार्यकर्ताओं में अनावश्यक देरी से सुस्ती छा गई है। नए नाम सामने आने पर कार्यकर्ताओं मेें सोशल मीडिया पर बधाइयों की होड़ तक मच गई, लेकिन हकीकत सामने आने पर सभी ने अब चुप्पी सी साध ली है। राजनीतिक दलों से लेकर प्रशासन भी रणनीति को अंजाम नहीं दे पा रहे हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच बस एक ही चर्चा रह गई है कि टिकट कहां अटक गया है।
पहले ही विधानसभा चुनाव में हार से स्थितियां अनुकूल नहीं है, ऊपर से टिकट की देरी तैयारी के लिए समय कम कर रही है। जबकि कांग्रेस दो सप्ताह पहले ही टिकट घोषित कर तैयारी शुरू कर चुकी है। भाजपा के टिकट का इंतजार कांग्रेस को भी है। विपक्षी प्रत्याशी को देखकर ही हार-जीत के गणित क्षेत्रवार तय होंगे कि किस क्षेत्र में ज्यादा जोर लगाया जाना है, कहां कम। दौसा संसदीय क्षेत्र की आठों विधानसभा क्षेत्रों में कौन प्रमुख व्यक्ति किसका साथ दे सकता है यह सब तस्वीर साफ होने पर ही संभव है।
लोगों में चर्चा: मैं नहीं तो तुम भी नहीं


लोगों में चर्चा है कि दौसा संसदीय क्षेत्र से डॉ. किरोड़ी व ओमप्रकाश हुड़ला की लड़ाई में तीसरे गुट को फायदा मिल सकता है। दोनों की ‘मैं नहीं तो तुम भी नहींÓ की तर्ज पर कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी तीसरे गुट के प्रत्याशी को भी मैदान में उतार सकती है। डॉ. किरोड़ी की बात करें तो वे पार्टी के स्टार प्रचारक हैं, लेकिन हाल ही विधानसभा चुनाव में उन्हें सफलता नहीं मिली। दूसरी ओर ओमप्रकाश हुड़ला भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर निर्दलीय विधानसभा चुनाव जीते। ऐसे में उनको भी पार्टी किनारा नहीं कर पा रही।
कर रहे गुणगान, बता रहे जीत के गणित


हॉट सीट दौसा में भाजपा के टिकट को लेकर सोशल मीडिया पर टिकट वार में सैकड़ों कमेंट्स लोगों के आ रहे हैं। सब अपने अपने नेताओं के गुणों का बखान कर रहे हैं, उनकी महत्ता बताते हुए टिकट की दावेदारी भारी बता रहे हैं। यहां तक कि हार जीत तक का भी गणित समझा रहे हैं। कुल मिलाकर टिकट की यह लड़ाई घर, बाजार दफ्तरों से लेकर सोशल मीडिया तक हरेक मंच पर छाई हुई है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो