जिले के विभिन्न क्षेत्रों से चिकित्सा अधिकारियों के मुख्यालय पर नहीं रहने की शिकायतें मिल रही है। सभी चिकित्सक अपने रवैये में सुधार कर लें तथा अपने मुख्यालय पर रहकर आमजन की सेवा करें। उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को परिवार कल्याण व टीकाकरण में लापरवाही बरतने वाले चिकित्साकर्मियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने व जिले मे संचालित गतिविधियों में 50 प्रतिशत से कम उपलब्धि अर्जित करने वाले चिकित्सा प्रभारी अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने को कहा।
कलक्टर ने कहा कि चिकित्सा अधिकारी व कर्मचारी के व्यवहार से भी पीडि़त को राहत मिलती है। सही जानकारी, तत्काल जांच व नि:शुल्क दवा देने के साथ-साथ संतोषप्रद जवाब देकर मरीज को सन्तुष्ट करें। उन्होंने कहा कि समय पर दवाइयों की मांग नहीं करने व मरीजों को दवा उपलब्ध नहीं करवाने वालों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाईकरें। जिले के नियमित चिकित्सा संस्थाओं में 9 तारीख को आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री कुशल मातृत्व अभियान से पात्र महिलाओं को लाभान्वित करवाने का कार्य करें। राजश्री में लाभान्वित बालिकाओं की सहायता राशि का समय पर भुगतान कराएं।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओ.पी. बैरवा ने योजनाओं की जानकारी दी। डॉ. बी. एल. मीना, आरसीएचओ डॉ. रामफल मीना, सीडीईओ प्रेमवती शर्मा आदि मौजूद थे। अस्पताल के बाहर से अतिक्रमण हटाने के निर्देश
जिला चिकित्सालय में जिला कलक्टर अविचल चतुर्वेदी की अध्यक्षता में मेडिकल रिलीफ सोसायटी की बैठक आयोजित हुई। इस दौरान उन्होंने चिकित्सालय के बाहर से अतिक्रमण हटाने, ऑटो चालकों को सुवयवस्थित खड़ा कराने सहित मौसमी बीमारियों के सीजन में चिकित्सकों को सक्रियता से कार्य करने के निर्देश दिए। वहीं मुर्दाघर के लिए भामाशाहों के सहयोग से डी फ्रीज लगवाने का आह्वान किया।