चुनाव से पहले गुर्जर वोटर्स को साधने के लिए भाजपा ने नेताओं को मैदान में उतार दिया है। किरोड़ीलाल मीणा पिछले कई दिन से गुर्जर नेताओं को विश्वास दिलाने में लगे हुए है कि एमबीसी आरक्षण को नवीं अनुसूची में शामिल करवाया जाएगा। जिससे भविष्य में इससे कोई छेड़छाड़ नहीं हो सकेगी। इसके लिए भजनलाल सरकार मजबूती से पैरवी करेगी।
किरोड़ीलाल मीणा ने गुर्जर समाज के लोगों को आश्वासन दिया कि वे मुख्यमंत्री से मिलकर राज्य सरकार द्वारा ब एमबीसी आरक्षण को नवीं अनुसूची में डलवाने के लिए मजबूती से पैरवी करवाएंगे। बीजेपी की राष्ट्रीय मंत्री डॉ. अलका सिंह गुर्जर व आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक विजय बैंसला भी गांवों में पंच-पटेलों की बैठक लेने में लगे हुए है।
मंत्री मीणा ने गुर्जर आरक्षण के लिए लिखा पत्र
कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने बुधवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखा है। आचार संहिता के दौरान लिखे पत्र में कहा कि गुर्जर आरक्षण को नौंवी अनुसूची में डलवाने का विधानसभा से संकल्प पारित करवाकर उसे केन्द्र सरकार को भेजा जाए। मीणा ने पत्र में गुर्जर आरक्षण को नौंवी अनुसूची में डालने की मांग को जायज बताया।
उल्लेखनीय है कि अशोक गहलोत शासन में भी 22 फरवरी 2019 को विधानसभा से पारित संकल्प केन्द्र सरकार को भेजा गया था। इससे पहले नौंवी अनुसूची में शामिल नहीं होने के कारण हाईकोर्ट ने 2016 में गुर्जर समाज के 5 प्रतिशत आरक्षण को अवैधानिक करार देकर रद्द कर दिया था।
क्या अब माफी मांगेगी भाजपा?
गुर्जर नेता हिम्मत सिंह ने कहा कि मेरे आग्रह का असर अब भाजपा में हो रहा हैं। उन्होंने सीएम को पत्र लिखने वाले किरोड़ी मीणा का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा राज में हुए गुर्जर आंदोलन के दौरान 76 गुर्जरों की हत्या पर भाजपा ने अब तक माफी नहीं मांगी हैं। क्या अब भाजपा पार्टी अपने शासनकाल में गुर्जरों की हत्या पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगेगी? साथ ही उन्होंने बंसल आयोग की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की मांग की है।