आरोग्य व वैभव के पर्व धनतेरस पर जिले के बाजारों में दिनभर लोगों का हुजूम उमड़ा रहा। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भी जिला मुख्यालय पर खरीदारी करने के लिए आए। इससे बाजारों में कपड़े, बर्तन, सोने-चांदी, मोबाइल फोन, वाहन सहित साज-सज्जा से लेकर खील-बतासे की दुकानों पर लोगों की भीड़ लगी रही। व्यापारियों को दिनभर बैठने की फुर्सत नहीं मिली। लोगों ने सोने-चांदी के सिक्के, अंगूठी व अन्य गहने खरीदने में खासा उत्साह दिखाया।
वाहनों के शो-रूमों पर भी दिनभर लोगों की भीड़ रही। शोरूम से वाहन लेकर लोग सीधे गणेश मंदिर पहुंचे। वहीं भीड़ होने के कारण शहर में यातायात व्यवस्था बाधित रही। जिलेभर में संचालित करीब 150 बैंक शाखाओं में करोड़ों का लेनदेन हुआ।
शोरूम से खरीदकर पहुंचे मंदिर
जिले में दुपहिया व चौपहिया वाहन खरीदारी के प्रति लोगों का खासा आकर्षण रहा। जिले के सभी वाहन शो-रूमों पर दिनभर खरीदारों का जमावड़ा लगा रहा। शो-रूम संचालकों ने भी एडवांस बुकिंग के आधार पर वाहनों को तैयार कराकर रख लिया।
इसके चलते लोगों को वाहन उठाने में ज्यादा परेशानी नहीं झेलनी पड़ी। अनुमान के मुताबिक जिलेभर में करीब पन्द्रह सौ दुपहिया वाहन तथा अस्सी से अधिक चौपहिया वाहनों की बिक्री हुई। वाहनों की खरीदारी के कारण ही मंदिरों में भीड़ रही। विशेषकर शहर के सब्जी मण्डी स्थित गणेश मंदिर व किला सागर स्थित बैजनाथ महादेव मंदिर पर लोगों ने वाहनों का पूजन कराया।
बर्तनों में खनकी कमाई
धनतेरस पर बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। इसी परम्परा को लेकर बर्तन भण्डारों पर ग्राहकों को हुजूम उमड़ पड़ा। व्यापारियों ने दुकानों को सजाकर बाहर तक बर्तन लगाए। ग्राहकों ने भी बर्तन विक्रेताओं को निराश नहीं किया तथा जमकर खरीदारी की। स्टील के साथ तांबे व पीतल के बर्तन भी ग्राहकों ने खरीदे। वहीं टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन सहित अन्य उपकरण खरीदने में भी लोगों ने रुचि दिखाई। रेडिमेड गारमेंट, फुट वियर शो-रूम, मोबाइल फोन शो-रूम, मिष्ठान भण्डार, पटाखे आदि की दुकानों पर भी दिनभर भीड़ रही।
धनतेरस पर बर्तन खरीदना शुभ माना जाता है। इसी परम्परा को लेकर बर्तन भण्डारों पर ग्राहकों को हुजूम उमड़ पड़ा। व्यापारियों ने दुकानों को सजाकर बाहर तक बर्तन लगाए। ग्राहकों ने भी बर्तन विक्रेताओं को निराश नहीं किया तथा जमकर खरीदारी की। स्टील के साथ तांबे व पीतल के बर्तन भी ग्राहकों ने खरीदे। वहीं टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन सहित अन्य उपकरण खरीदने में भी लोगों ने रुचि दिखाई। रेडिमेड गारमेंट, फुट वियर शो-रूम, मोबाइल फोन शो-रूम, मिष्ठान भण्डार, पटाखे आदि की दुकानों पर भी दिनभर भीड़ रही।
दीपकों से जगमगा उठे घर व प्रतिष्ठान
दीपोत्सव के आगाज के पहले दिन शाम होते ही महिलाओं ने घरों व प्रतिष्ठानों पर दीपक जलाए। घरों व प्रतिष्ठानों को रंग-बिरंगी रोशनी से नहलाया गया। हालांकि नगर परिषद ने भी शहर को दूधिया रोशनी से नहलाने का प्रयास किया, लेकिन कई वार्डों में तकनीकी खामियोंं के कारण एलईडी नहीं जल पाई।इस कारण लोगों को घरों की रोशनी में ही संतोष करना पड़ा।