वर्ष2008 में कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे लालसोट से परसादीलाल मीना, दौसा से मुरारीलाल मीना एवं बांदीकुई से रामकिशोर सैनी इस बार भी चुनावी मैदान में हैं। बांदीकुई से रामकिशोर सैनी इस बार भाजपा से चुनाव मैदान में हैं। वर्तमान में तीन विधायक भी चुनावी रण में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। दौसा से भाजपा के प्रत्याशी शंकरलाल शर्मा, महुवा विधायक एवं संसदीय सचिव ओमप्रकाश हुड़ला निर्दलीय के रूप में तथा सिकराय विधायक गीता वर्मा भारत वाहिनी पार्टी से चुनावी मैदान में हैं।
पूर्वसंसदीय सचिव एवं कांग्रेस की राष्ट्रीय महिला महासचिव ममता भूपेश सिकराय से कांग्रेस प्रत्याशी हैं तो उनके सामने दौसा से पूर्व विधायक जियालाल बंशीवाल के पुत्र विक्रम बंशीवाल भाजपा से मैदान में हैं। देखना यह है कि इनमें से कौन बाजी मारता है तथा किसके हाथ निराशा लगती है।
जीत गए तो हो जाएगा प्रमोशन
महुवा हॉट सीट पर महुवा नगरपालिका अध्यक्ष विजयशंकर बोहरा पद बसपा से मैदान में हैं। वे सरपंच भी रहे हैं। इसी प्रकार दौसा विधानसभा सीट पर भी आम आदमी पार्टी प्रत्याशी वीरेन्द्र कुमार शर्मा वर्तमान में नगरपरिषद उपसभापति हैं। दोनों की जीत अगर हुई तो बड़ा प्रमोशन मिलेगा।
इनके आश्रितों की जुड़ी है प्रतिष्ठा
महुवा विधानसभा सीट से राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीना के भतीजे पूर्व प्रधान राजेन्द्र मीना भाजपा से मैदान में हैं। डॉ. किरोड़ी की प्रतिष्ठा का सवाल यहां बना हुआ है। इसी प्रकार पूर्व मुख्य सचेतक हरिसिंह महुवा के पुत्र पूर्व जिला प्रमुख अजीत सिंह ने भी कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय ताल ठोकी। वहीं कांग्रेस प्रदेश महासचिव जीआर खटाणा पंचायत चुनाव में पत्नी गीता खटाणा जिला प्रमुख बनाने में कामयाब हो गए, लेकिन अब वे खुद बांदीकुई सीट से विधायक बनाने में कामयाब होते है या नहीं, यह भी जानना दिलचस्प रहेगा। लालसोट सीट से पूर्व विधायक रामसहाय मीना के पौत्र रामबिलास मीना भी भाजपा से मैदान में हैं।
महुवा विधानसभा सीट से राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीना के भतीजे पूर्व प्रधान राजेन्द्र मीना भाजपा से मैदान में हैं। डॉ. किरोड़ी की प्रतिष्ठा का सवाल यहां बना हुआ है। इसी प्रकार पूर्व मुख्य सचेतक हरिसिंह महुवा के पुत्र पूर्व जिला प्रमुख अजीत सिंह ने भी कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय ताल ठोकी। वहीं कांग्रेस प्रदेश महासचिव जीआर खटाणा पंचायत चुनाव में पत्नी गीता खटाणा जिला प्रमुख बनाने में कामयाब हो गए, लेकिन अब वे खुद बांदीकुई सीट से विधायक बनाने में कामयाब होते है या नहीं, यह भी जानना दिलचस्प रहेगा। लालसोट सीट से पूर्व विधायक रामसहाय मीना के पौत्र रामबिलास मीना भी भाजपा से मैदान में हैं।
सरपंची से है विधायकी का सपना
तीन प्रत्याशी सरपंच बनने के बाद अब विधायक बनने का सपना देख रहे हैं। दौसा विधानसभा सीट पर बसपा से चुनाव लड़े गोपाललाल मीना पापड़दा से पूर्व सरपंच रह चुके हैं। वे अपनी पत्नी को भी दो बार सरपंच बनवाने में कामयाब हो चुके हैं। सिकराय से बसपा प्रत्याशी भी बांदीकुई के आभानेरी से सरपंच रह चुके हैं। महुवा से भी बसपा प्रत्याशी विजयशंकर बोहरा भी सरपंच रहे हैं।
तीन प्रत्याशी सरपंच बनने के बाद अब विधायक बनने का सपना देख रहे हैं। दौसा विधानसभा सीट पर बसपा से चुनाव लड़े गोपाललाल मीना पापड़दा से पूर्व सरपंच रह चुके हैं। वे अपनी पत्नी को भी दो बार सरपंच बनवाने में कामयाब हो चुके हैं। सिकराय से बसपा प्रत्याशी भी बांदीकुई के आभानेरी से सरपंच रह चुके हैं। महुवा से भी बसपा प्रत्याशी विजयशंकर बोहरा भी सरपंच रहे हैं।