ब्राह्मण, राजपूत, वैश्य, कायस्थ और जो जातियां ओबीसी में शामिल रहने से वंचित रह गई हैं, उनको 14 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए। जब वे विधि मंत्री थे, तब विधेयक पास हो गया था। दोबारा सरकार आई तो उन्होंने मुद्दा उठाया था। बिल पास हुआ पड़ा है। गर्वनर के हस्ताक्षर भी हो गए, लेकिन बिल लागू नहीं हो रहा है।
तिवाड़ी ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनावों में उनकी बांसुरी बजेगी। यानि उनकी भारत वाहिनी पार्टी का चुनाव चिह्न बांसुरी है और वे विधानसभा का चुनाव बांसुरी के चुनाव चिह्न पर लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार ने काला कानून पास किया। सरकार अपने 5 वर्ष के काले कारनामों पर पर्दा डालने का काम कर रही है। अब लोकायुक्त का कार्यकाल 5 वर्ष से 8 वर्ष कर दिया है। यही नहीं जब तक नया लोकायुक्त नहीं आए, तब तक चाहे 20 वर्ष कार्यकाल बढ़ाया जा सकता है।
लोकायुक्त को मुख्यमंत्री की जांच करने का अधिकार नहीं है। माइन्स घोटाले की जांच की आंच किसी भी मुख्यमंत्री व मंत्री तक नहीं पहुंचेगी। इस दौरान भारत वाहिनी पार्टी के अलावा ब्राह्मण सहित अन्य समाजों के लोगों ने तिवाड़ी का स्वागत किया।
महुवा ग्र्रामीण. सांगानेर विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि राजपूत, ब्राह्मण, वैश्य, कायस्थ के साथ ही आरक्षण से वंचित अन्य समाज के ब’चों के साथ वर्तमान सरकार ने धोखा दिया है। उनकी भारत वाहिनी पार्टी सभी 200 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और इन चुनावों में भाजपा की हार तय है। इस दौरान परशुराम सेना द्वारा तिवाड़ी का स्वागत किया गया।
इस अवसर पर चेयरमैन विजयशंकर बोहरा, हरिओम सिंघल, नीरज बंसल, परशुराम सेना अध्यक्ष पवन शर्मा, रविकांत तिवाड़ी, दीपक शर्मा, मनमोहन शर्मा, डेनी सोनी, राकेश सोनी, राजकमल शर्मा, संतोष शर्मा, डोली, मोहन तिवाडी, महेश आचार्य सहित अनेक लोग मौजूद थे।