
मोरेल बांध पर चली चादर। फोटो: पत्रिका
Rajasthan Monsoon: दौसा। राजस्थान में मानसून के दूसरे चरण में भी मेघ जमकर मेहरबान है। भारी बारिश के चलते एशिया के सबसे बड़े कच्चे बांध का जल स्तर एक बार फिर बढ़ गया है। दौसा जिले में हुई भारी बारिश के बाद मोरेल बांध पर 6 इंच की चादर चलने लगी।
रामगढ़ पचवारा क्षेत्र में शुक्रवार सुबह चार बजे से ही बारिश का दौर शुरू हो गया। इस दौरान सुबह 9 से 10 बजे एक घंटा एवं बाद में दो से तीन बार आधा-आधा घंटे तक जोरदार बारिश से पूरे क्षेत्र में पानी पानी हो गया। जल संसाधन विभाग के आकड़ों के अनुसार शाम 5 बजे तक कुल 143 एमएम बारिश दर्ज की गई।
रामगढ़ पचवारा के साथ उपखण्ड की राहुवास तहसील के भी कई गांवों में बारिश से क्षेत्र के खेत भी पानी से भर गए। बिछ्या नदी में जोरदार पानी आने से लालसोट-तूंगा रोड पर बनी रपट पर करीब एक फीट तक पानी बहने लगा, इससे करीब एक घंटे तक यातायात प्रभावित रहा। कई छोटे वाहन तो पानी में फंसकर बंद भी हो गए। बाद में पानी की रफ्तार कम होने पर ही छोटे वाहनों का आवागमन शुरू हो सका।
कालूवास गांव में भी बारिश से नाले में पूरे वेग से पानी आने के चलते स्कूलों से बालकों का घर पहुंचना दूभर हो गया। बाद में परिजनों ने बालकों को गोद में लेकर पानी को पार कराया। दूसरी ओर लालसोट शहर में भी बारिश से नवजीवन हॉस्पिटल रोड एवं खटवा रोड पर जलभराव हो गया। कनिष्ठ अभियंता अंकित मीना ने बताया कि पूरे पचवारा क्षेत्र में काफी अच्छी बारिश हुई है। उन्होंने बताया कि मोरेल नदी का जलस्तर 9 इंच है, जबकि मोरेल बांध की वेस्ट वेयर का जलस्तर बढ़कर 6 इंच तक पहुंच गया है।
सवाईमाधोपुर क्षेत्र में हुई जोरदार बारिश के चलते दिनभर लालसोट-सवाई माधोपुर रोड पर यातायात ठप रहा। मलारना चौड़ से आगे रोड पर जगह-जगह जल भराव होने के चलते दिनभर वाहनों का आवागमन बंद रहा, जिससे लालसोट से सवाईमाधोपुर के बीच संचालित होने वाली सभी निजी व सरकारी बसों का संचालन नहीं हो सका। बारिश के चलते गणेशजी जा रहे पदयात्रियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
Updated on:
23 Aug 2025 03:01 pm
Published on:
23 Aug 2025 02:59 pm
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