उन्होंने बताया कि यदि शीघ्र मामले जांच कर प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो विद्यालय के ताला लगाकर प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान डीईओ ने छात्रा, विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों, ग्रामीण एवं प्रधानाध्यापक के भी बयान लिए। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई। डीईओ ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
यदि जांच में दोषी पाया जाता है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उधर, प्रधानाध्यापक बलराम मीणा का कहना है कि वे किसी भी छात्रा से अभद्र भाषा में नहीं बोलते हैं। उन पर लगाए गए सभी आरोप बेबुनियाद हैं। उल्लेखनीय है कि राजकीय माध्यमिक बालिका विद्यालय लोटवाड़ा प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों के बीच भी कई बार विवाद एवं मारपीट हो जाने से यह विद्यालय चर्चा में बना हुआ है।