मजदूरों ने कहा कि जब तक उनकी मांगों को नहीं माना जाएगा, तब तक उनका यह आंदोलन जारी रहेगा। मजदूरों ने बताया कि अगर शीघ्र ही इस मामले का हल नहीं निकाला गया तो सोमवार से कई अन्य मजदूर संगठन भी उनके आंदोलन मेंं शामिल होंगे। इस दौरान मजूदरों ने एक समिति का भी गठन किया।जिसमें मौजीराम मीना, मीठालाल गुर्जर, रामखिलाड़ी सैनी, पुखराज शर्मा, विनोद जागा, बाबूलाल गुर्जर, कन्हैयालाल मीना, वेदप्रकाश शर्मा, कमलेश गहलोत,तेजाराम वर्मा, धारासिंह, देवनारायण गुर्जर एवं बाबूलाल गुर्जर को मनोनीत किया है।
गौरतलब है कि कुशल व अकुशल मजदूरों को राज्य सरकार के नियमानुसार वेतन देने, मजदूरों का आठ घंटे समय निर्धारित करने, डाला लोडिंग व अनलोडिंग की मजदूरी 30 रुपए प्रति टन देने, लोकल मंडी से अनलोडिंग की मजदूरी 70 पैसे नग की दर से देने, माह में दो बार अवकाश देने, पल्लेदारों की मजदूरी 30 प्रतिशत बढ़ाने एवं यूनिट में कार्यरत मजदूरों का सामूहिक बीमा कराने की मांगों को लेकर डिडवाना रीको एरिया के मजदूर शुक्रवार से कामकाज का बहिष्कार कर क्रमिक धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।(नि.प्र.)