
पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर को 26 साल पुराने मामले में गिरफ्तार किया गया है, PC- X
देवरिया : उत्तर प्रदेश की देवरिया जिला जेल में बंद पूर्व IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर की पहली रात ठंड और बेचैनी में गुजरी। 26 साल पुराने औद्योगिक प्लॉट धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार होकर जेल पहुंचे ठाकुर को आम कैदियों जैसा ही व्यवहार मिला। कोई विशेष सुविधा या VIP ट्रीटमेंट नहीं। जेल सूत्रों के अनुसार, उन्हें सिर्फ तीन कंबल दिए गए। बेड, तकिया या अतिरिक्त बिस्तर नहीं मिला। जमीन पर दो कंबल बिछाकर और एक ओढ़कर उन्होंने रात काटी। ठंड के कारण वे रातभर ठिठुरते रहे और करवट बदलते रहे।
पहली रात उन्हें जेल अस्पताल में रखा गया। दूसरे दिन हाई सिक्योरिटी बैरक में शिफ्ट कर दिया गया। भोजन में दो रोटी, दाल और सब्जी दी गई, लेकिन उन्होंने सिर्फ एक रोटी ही खाई। सुबह चाय और चना मिला।
अमिताभ ठाकुर की लेखन की आदत ने जेल प्रशासन की नींद उड़ा दी है। बैरक में पहुंचते ही उन्होंने पेन और 50-60 A4 साइज के कागज मांगे, जो दे दिए गए। इसके बाद वे घंटों लिखते नजर आए। खाना खाने के बाद भी और सुबह नाश्ते के बाद फिर से। जेल अधिकारियों को डर है कि पूर्व IPS जेल की खामियां, सुरक्षा कमजोरियां या सुविधाओं की कमी पर डिटेल्ड नोट्स तैयार कर उच्च अधिकारियों या शासन को शिकायत भेज देंगे। उनका प्रशासनिक अनुभव और पहले की छवि चिंता बढ़ा रही है।
विशेष बात यह कि ठाकुर 1998-2000 तक देवरिया के SP रह चुके हैं और इसी जेल का कई बार निरीक्षण कर चुके हैं। आज वही जेल उनकी कैद की जगह बन गई है। जेल प्रशासन ने साफ किया कि उन्हें जेल मैनुअल के अनुसार ही सुविधाएं मिल रही हैं, बाहर से कोई सामान की अनुमति नहीं।
लखनऊ पुलिस ने अमिताभ ठाकुर को शाहजहांपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया, जब वे लखनऊ से ट्रेन में यात्रा कर रहे थे। 1999 का मामला है, जिसमें उन पर अपनी पत्नी के नाम फर्जी दस्तावेजों से प्लॉट आवंटन का आरोप है।
अमिताभ ठाकुर 1993 बैच के आईपीएस अधिकारी रहे हैं। अमिताभ ठाकुर इस समय पद से रिटायर्ड हैं और वह अपनी नेम प्लेट के आगे जबरिया रिटायर्ड लिखते हैं। वह वर्तमान में वे आजाद सेना के अध्यक्ष के पद पर हैं। वह अक्सर अपने बयानों से पंगा लेते नजर आए हैं। अमिताभ ठाकुर का जन्म 16 जून 1968 को हुआ था।
पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर की पत्नी का नाम नूतन ठाकुर है। संजय शर्मा ने अमिताभ ठाकुर व उनकी पत्नी नूतन ठाकुर के विरुद्ध धोखाधड़ी, जालसाजी से कागज बनाने, षड्यंत्र रचने, छलपूर्वक बेईमानी करने की धारा में मुकदमा दर्ज कराया था।
अमिताभ ठाकुर के भाई का नाम अविनाश कुमार है और वे आईएएस पद पर तैनात हैं। झारखंड सरकार ने सीनियर आईएएस अविनाश कुमार को नए मुख्य सचिव का दायित्व भी सौंपा है। इसके अलावा भी वे विभिन्न विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। अमिताभ ने 1992 में भारतीय पुलिस सेवा में प्रवेश किया।
Published on:
12 Dec 2025 08:11 pm
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