
हाथी ट्रेकर एप और हाथी निगरानी दल ग्रामीणों को कर रहे सतर्क (Photo source- Patrika)
Elephant Terror: धमतरी जिले के जंगल हाथी कॉरिडोर बन गया है। हाथियों की आमद होते ही ग्रामीण इलाके के लोगों की परेशानी भी बढ़ जाती है। अच्छी खबर है कि सिकासेर दल का एक दंतैल हाथी अपने दल से भटककर केरेगांव के रास्ते मगरलोड पहुंचा था। अब वह सैकड़ों किमी का सफर तय कर महाराष्ट्र चला गया है। इस हाथी के जाने के बाद एक अन्य हाथी ने मगरलोड क्षेत्र में प्रवेश किया है।
शुक्रवार को देर रात हाथी ने ग्राम लीलर के खेत में लगे धान के पौधों को नुकसान पहुंचाया है। ऐसे में ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। हाथी निगरानी दल के सदस्य हाथियों की निगरानी कर रहे हैं। वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 28 जून को दोपहर 3.11 बजे की स्थिति में एक सिंगल हाथी अपने दल के भटककर धमतरी-केरेगांव परिक्षेत्र में पीएफ-159 और 160 कक्ष क्रमांक में विचरण कर रहा है।
हाथी व्यस्क है और न ही बच्चा है इसलिए इसकी निगरानी दल कर रही है। इस हाथी ने ग्राम लीलर में एक किसान के खेत में रोपाई के लिए लगाए गए धान के पौधों को रौंद डाला। इससे उसे नुकसान हुआ है।वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हाथी समूह में रहने वाला वन्य प्राणी है।
इससे किसी भी तरह से छेड़छाड करने पर वह क्रोधित होकर हमला करता है, इसलिए गांव में कैप लगाकर ग्रामीणों को हाथी के आहार, विहार और उसके स्वभाव से परिचित किया जा रहा है, ताकि हाथी से सामना होने पर ग्रामीण स्वयं को सुरक्षित रख सके। साथ ही गांव में मुनादी कराकर हाथाी के पल-पल की जानकारी दी जा रही है।
Elephant Terror: वर्तमान में हाथी धमतरी-केरेगांव परिक्षेत्र के सहायक परिक्षेत्र दक्षिण धमतरी, छुही में भ्रमण कर रहा है। हाथी के जंगल में घुसने के कारण कर्मचारी इसे ट्रेक भी नहीं कर पा रहे है। विभाग ने ग्राम लीलर, अरौद, सिरौद, कांटाकुर्रीडीह, मोहलयी, पथर्रीडीह, सियादेही, बरारी, लसुनवाही, रामपुर और फुटहामुड़ा में अलर्ट घोषित किया है। ग्रामीणों को शाम होते ही घर से नहीं निकलने की अपील की जा रही है।
Updated on:
29 Jun 2025 02:37 pm
Published on:
29 Jun 2025 02:36 pm
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