22 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

1975 से ही रायपुर जेल में बंद थे मीसाबंदी शिरोमणि राव घोरपड़े, CM ने लौटाया सम्मान, जानिए पूरी कहानी

CM Sai returns honor to Misabandi: वर्ष 1975 में लगे आपातकाल में लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष की बात जब भी आएगी, तब लोकतंत्र के प्रहरी मीसाबंदियों के संघर्षों को सदैव याद किया जायेगा और इनसें प्रेरणा ली जाएगी कि इन्होंने लोकतंत्र के लिए लड़ाई लड़ी।

2 min read
Google source verification
cm_sai_returns_honor_to_misabandi.jpg

Chhattisgarh News: वर्ष 1975 में लगे आपातकाल में लोकतंत्र की रक्षा के लिए संघर्ष की बात जब भी आएगी, तब लोकतंत्र के प्रहरी मीसाबंदियों के संघर्षों को सदैव याद किया जायेगा और इनसें प्रेरणा ली जाएगी कि इन्होंने लोकतंत्र के लिए लड़ाई लड़ी।

आपातकाल के दौरान सैकड़ों लोगों को जेल में बंद रखा गया। इन मीसाबंदियों ने जेल में जो पीड़ा, जुल्म सहे उन जख्मों पर मरहम लगाने का काम प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बीते दिन विधानसभा में यह घोषणा कर किया कि अब मीसाबंदियों को प्रदान की जाने वाली सम्मान निधि पुन: प्रारंभ की जाएगी। इस घोषणा से धमतरी जिले के मीसाबंदियों में हर्ष व्याप्त है।

यह भी पढ़े: हेल्पलाइन नंबर में स्‍टूडेंट ने पूछा, मैडम...पास होने के लिए आईएमपी प्रश्न बताओ ना, जानिए क्या मिला जवाब ?

आपातकाल में धमतरी के मीसाबंदी के तौर पर सजा काटने वाले शिरोमणी कृष्णा राव घोरपड़े ने बताया कि वे स्वयं और उनके 11 अन्य साथियों को 1975 में मीसाबंदी बनाकर रायपुर स्थित नई जेल में रखा गया था। सरकार ने मीसाबंदियों की सम्मान राशि की बहाली के लिए जो पहल की है वह सराहनीय है। इससे मीसाबंदियों का सम्मान लौट आया है। उन्होंने बताया कि आपातकाल के समय लोकतंत्र सेनानी जब जेल जाते थे, तो उस परिवार की स्थिति पीड़ादायक हो जाती थी।

इन परिवारों के सामने आजीविका का संकट हो जाता था। पूर्व में डॉ रमन सिंह की सरकार ने मीसाबंदियों के लिए सम्मान राशि देने की शुरुआत की थी, जिसे बंद कर दिया गया था। उन्होंने आगे बताया कि मीसाबंदियों को सम्मान राशि देने की शुरूआत वर्ष 2008 से की गई थी। धमतरी जिले में कुल 52 मीसाबंदी थे, जिनमें से अब सिर्फ 7 मीसाबंदी ही रह गए है। उन्होंने शासन से आग्रह किया है कि 2008 के पूर्व जिले के ऐसे मीसाबंदी जिन्हें किसी कारणवंश सम्मान राशि नहीं मिल पा रहा है, उनके परिजनों को भी मीसाबंदी के तहत सम्मान राशि प्रदान किया जाए।

यह भी पढ़े: Raipur News: कलेक्टर ने पुत्री के जन्मदिन पर दिया न्योता भोज, अपने हाथों से बच्चों को परोसा भोजन...मनाया बर्थडे