सबसे बड़ी संख्या समस्या शिक्षकों को स्कूल पहुंचने में होती है। माध्यमिक शाला हतबंद के शिक्षक खिलेंद्र सिन्हा, मनोहर सिंह कंवर, प्राथमिक शाला के शिक्षक जितेंद्र कुमार कुरील और कोमल साहू अपना दायित्व निभाने पांच फीट नाला पार कर बच्चों को पढ़ाने स्कूल जा रहे हैं। शिक्षकों ने बताया कि हर साल तेज बारिश में ऐसी ही स्थिति बन जाती है। नाला में पांच फीट तक पानी बहने से आवागमन रूक जाता है। बड़ी मुश्किल से नाला पार कर स्कूल पहुंचते है।
कच्ची सड़क में चलने को मजबूर
परसाबुड़ा से जलकुम्भी के बीच आज तक पक्की सड़क निर्माण नहीं हुआ। कच्चे रास्ते से लोगों को आवागमन करना पड़ता है। ग्रामीणों ने बताया कि यदि परसाबुड़ा से जलकुम्भी के बीच 7 किमी तक सड़क बना दिया जाएं तो बड़ी राहत मिलेगी। कच्चे मार्ग में कीचड़, दलदल से भारी परेशानी होती है। कई बार सड़क निर्माण की मांग कर चुके। पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। जलकुम्भी, हतबंद और परसाबुड़ा कमारपारा के ग्रामीणों द्वारा क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि मंत्रियों एवं कलेक्टर तक पक्का सड़क का मांग पिछले 15 सालो से कर रहे है, लेकिन आज तक सड़क निर्माण नहीं हुआ। नाला के ऊपर पुल तक नहीं बनाया गया।