मासूम बच्ची बोली बड़े होकर शिक्षिका बनना है
अपने साथ हुई इस घटना से लगभग अंजान मासूम बालिका ने गर्व से कहा कि उसको बड़े होकर शिक्षिका बनना है। मासूम की ये बात सुनकर सभी गोरान्वित हो गए। परिजनों की आंखें भर आई। कलक्टर ने बालिका के परिवारजनों से कहा कि माता-पिता की जिम्मेदारी होती है कि बच्चों की देखभाल करें। अगर कोई भी समस्या आ रही है तो तत्काल उस पर ध्यान दें। जिससे बच्चों के मन पर कोई असर न पड़े।
अपने साथ हुई इस घटना से लगभग अंजान मासूम बालिका ने गर्व से कहा कि उसको बड़े होकर शिक्षिका बनना है। मासूम की ये बात सुनकर सभी गोरान्वित हो गए। परिजनों की आंखें भर आई। कलक्टर ने बालिका के परिवारजनों से कहा कि माता-पिता की जिम्मेदारी होती है कि बच्चों की देखभाल करें। अगर कोई भी समस्या आ रही है तो तत्काल उस पर ध्यान दें। जिससे बच्चों के मन पर कोई असर न पड़े।
उन्होंने बालिका की माता को सुझाव देते हुए कहा कि बच्ची अभी छोटी है, उसको किसी भी चीज का कोई ज्ञान नहीं है। इसलिए आपकी यह जिम्मेदारी बनती है कि आप उसका अच्छे से ख्याल करें। उसको समय पर चिकित्सक द्वारा निर्धारित दवा दें। उन्होंने इस मौके पर कहा कि समाज में सभी बेटियां अपनी बेटी की तरह ही होती है। किसी भी बेटी के साथ कुछ होता है तो इसके लिए सभी को एकजुट होकर इसको रोकना होगा।
गौरतल है कि जिला सदर थाना इलाके के एक गांव में रहने वाली आठ वर्षीय बालिका को एक किशोर ने अपनी हवस का शिकार बना लिया था। घटना के बाद आरोपित फरार हो गया। पीडि़ता को परिजन ने गुरूवार रात जिला अस्पताल पर तैनात एक चिकित्सक के निजी क्लिीनिक पर भर्ती कराया, लेकिन इस बारे में चिकित्सक ने कोई भी सूचना पुलिस को नहीं दी। शुक्रवार शाम घटना की जानकारी होने पर जिला पुलिस अधीक्षक अजय सिंह स्वयं मौके पर पहुंचे और पीडि़ता को निजी अस्पताल के लेकर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया। यहां पीडि़त बालिका का इलाज जारी है। वहीं, पुलिस ने मामले पर अनुसंधान शुरू कर दिया है।
जिला पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया है कि सदर थाना इलाके के एक गांव में घर के बाहर खेल रही 8 वर्षीय बालिका को 17 वर्षीय किशोर बहला-फुसला कर ले गया। आरोपित किशोर ने बालिका से दुष्कर्म करने के बाद फरार हो गया। इस बात की जानकारी जब परिजनों को हुई तो वे गुरूवार रात करीब 12 बजे पीडि़त बालिका को लेकर धौलपुर के एक निजी अस्पताल में पहुंचे। यह अस्पताल जिले के सरकारी अस्पताल में कार्यरत डॉ. रामविलास गुर्जर की ओर से संचालित किया जा रहा है।