बालरोग विशेषज्ञ डॉ.कल्पेश दाते और नियोनेटोलोजिस्ट एस एल रहेजा के मुताबिक, ‘ज्यादातर भारतीय मांओं को ये नहीं पता कि बार बार दूध उबालने से दूध के पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। अगर दूध को 100 सेल्सियस पर 15 मिनट से ज्यादा उबाला जाए तो दूध के विटामिन व प्रोटीन नष्ट हो जाते हैं और यही प्रक्रिया ज्यादातर घरों में अपनाई जाती है। वसारहित दूध को अगर तीन बार से ज्यादा उबाला जाए तो दूध जरूरी विटामिन, प्रोटीन, अमिनो एसिड और खनिज लवणों से रहित हो जाता है।’
मुम्बई के नायर अस्पताल की मेडिकल न्यूट्रिशनिस्ट सलोमी बेंजामिन कहती हैं, ‘दूध विटामिन डी और विटामिन बी-12 का मुख्य स्रोत है जो कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है। ये दोनों ही विटामिन ऊष्मा के प्रति संवेदनशील होते है और दूध को उबालने पर ये नष्ट हो जाते है।