
Diet for long life Planetary Health Diet for longevity to live 100 years
Diet for long life : हम सभी लंबा और स्वस्थ जीवन जीना चाहते हैं, और अब वैज्ञानिकों का मानना है कि प्लैनेटरी हेल्थ डाइट (Planetary Health Diet - PHD) न सिर्फ इंसान को बीमारियों से बचाती है, बल्कि धरती के पर्यावरण को भी बेहतर बनाती है। यह डाइट पहली बार 2019 में EAT-Lancet Commission ने बनाई थी, जिसमें 16 देशों के 37 विशेषज्ञ शामिल थे।
यह डाइट मुख्य रूप से पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थों को बढ़ावा देती है और जानवरों से प्राप्त चीजों के सेवन को सीमित करती है। इसमें शामिल हैं:
- सब्ज़ियां और फल
- साबुत अनाज
- दालें, बीन्स और फलियां
- नट्स और बीज
- हेल्दी तेल (जैसे सूरजमुखी, जैतून का तेल)
- सीमित मात्रा में दूध, अंडे, मछली और चिकन
- बहुत कम मात्रा में रेड मीट और चीनी
Lancet की रिपोर्ट के मुताबिक अगर दुनिया भर में इस डाइट को अपनाया जाए तो:
- डायट से जुड़ी ग्रीनहाउस गैसों में 17% की कमी आ सकती है
- हर साल लगभग 1.1 करोड़ लोगों की जान बचाई जा सकती है
प्रो. वॉल्टर विलेट, जो इस रिसर्च के प्रमुख थे, कहते हैं:
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए हमें अपनी भोजन प्रणाली में भी बड़ा बदलाव करना होगा।
Harvard Chan School के शोध के अनुसार:
- जो लोग PHD को सबसे ज्यादा फॉलो करते हैं, उनमें अकाल मृत्यु का खतरा 30% तक कम होता है।
- कैंसर, हार्ट डिज़ीज़, और फेफड़ों की बीमारियां – हर बड़ी बीमारी का खतरा कम हो जाता है।
- यह शोध 2 लाख से ज़्यादा लोगों पर 34 वर्षों तक किया गया।
मेडिटेरेनियन डाइट को अब तक सबसे अच्छी माना जाता था, लेकिन स्पेन में हुई एक नई स्टडी के मुताबिक प्लैनेटरी हेल्थ डाइट (Planetary Health Diet) भी उतनी ही फायदेमंद है।
दोनों डाइट्स लंबी उम्र (Diet for long life) और कम पर्यावरणीय प्रभाव से जुड़ी हैं।
अध्ययन की लेखिका डॉ. मर्सिडीज सोटोस प्रियेटो ने कहा, इन दोनों डाइट्स को अच्छे से अपनाने से लोगों की जल्दी मौत का खतरा कम होता है और साथ ही पर्यावरण भी सुरक्षित रहता है
नई रिसर्च बताती है कि जो लोग इस डाइट को अपनाते हैं, उनमें:
- हर उम्र में स्वास्थ्य बेहतर रहता है
- दिल, दिमाग, और पाचन से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं
- शरीर में सूजन और ऑक्सीडेटिव तनाव कम होता है — ये दोनों एजिंग के मुख्य कारण माने जाते हैं
हालांकि यह डाइट फायदेमंद है, लेकिन कुछ कमियाँ भी हैं:
- पौधों से मिलने वाले आयरन, जिंक, और कैल्शियम की उपलब्धता सीमित हो सकती है
- विटामिन B12 और ओमेगा-3 फैटी एसिड जैसे पोषक तत्वों की कमी हो सकती है
- कुछ ऐंटी-न्यूट्रिशनल कंपाउंड्स (जैसे फाइटेट्स, ऑक्सालिक एसिड) शरीर में पोषक तत्वों के अवशोषण में बाधा डाल सकते हैं
इसलिए इस डाइट को अपनाते समय सही योजना और मार्गदर्शन ज़रूरी है, खासकर महिलाओं और बच्चों के लिए।
- प्लैनेटरी हेल्थ डाइट (Planetary Health Diet) में मांस और डेयरी उत्पादों की मात्रा बेहद कम है, जो कुछ संस्कृतियों के पारंपरिक भोजन से मेल नहीं खाती।
- पहाड़ी या ठंडे क्षेत्रों में जहां पौधों की उपज कम है, वहां यह डाइट व्यावहारिक नहीं लग सकती।
- ऐसे समुदायों के लिए स्थानीय विकल्पों के साथ अनुकूलन करना ज़रूरी है।
प्लैनेटरी हेल्थ डाइट (Planetary Health Diet) एक ऐसा समाधान है जो न केवल आपकी ज़िंदगी को लंबा और बेहतर बनाता है, बल्कि धरती के भविष्य को भी सुरक्षित करता है। थोड़े बदलाव के साथ यह डाइट हर किसी के लिए अपनाई जा सकती है।
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Updated on:
08 Apr 2025 10:36 am
Published on:
08 Apr 2025 10:33 am
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