प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री एवं डिंडौरी जिले के प्रभारी मंत्री डा. मोहन यादव दौरे पर आए थे। जब उनका काफिला मंडला मार्ग स्थित रहंगी पहुंचा और उन्होंने वहां नर्मदा किनारे माडल कालेज का लोकार्पण किया तो यहां हंगामा हो गया। स्थानीय विधायक ओंकार सिंह मरकाम वहां पहुंच गए थे। मरकाम मंत्रीजी से मिलने की जिद करने लगे। उन्होंने कहा कि मेरे क्षेत्र में मंत्रीजी आए हैं और मुझे मिलने से रोका जा रहा है। तभी वहां मौजूद प्रशासन के लोगों ने उन्हें समझाया, लेकिन मरकाम जिद पर अड़े रहे।
मरकाम ने कहा कि मैं विधायक हूं और प्रभारी मंत्री से मिलना चाहता हूं, लेकिन कलेक्टर ने उन्हें वहां से चले जाने को कहा, तभी एडिशनल एसपी, सीएसपी समेत अन्य पुलिस अधिकारियों ने कांग्रेस विधायक के हाथ और पैर पकड़कर वहां से एक तरफ कर दिया। विधायक ने आरोप लगाया है कि कलेक्टर साहब आप मुझे अपानित कर रहे हैं, मैं विधायक हूं यहा का। इतना कहकर विधायक सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। इस दौरान मीडिया से उन्होंने कहा कि मैं सीधा-साधा आदिवासी विधायक हूं, जनता ने मुझे चुना है, लेकिन मंत्रीजी से मुझे प्रशासन मिलने नही दे रहा। मैं जनता की बात रखने के लिए आया था। अब मै क्या कर सकता हूं। र्दा मैया से प्रार्थना करूंगा।
कांग्रेस विधायक हैं कोई आतंकी नहीं
डिंडौरी से कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम (congress mla omkar sing markam) के साथ हुए व्यवहार पर मध्यप्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने कहा है कि शिवराजजी, डिंडौरी से कांग्रेस विधायक ओंकार सिंह मरकाम कोई आतंकी नहीं है, जिस तरह उन्हें प्रभारी मंत्री से नहीं मिलने दिया गया, कलेक्टर के निर्देश पर पुलिस ने बेइज्जत किया, यह सरकार प्रशासन का तालिबानी चरित्र है।
गौरतलब है कि उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव (dr mohan yadav) जिले के दौरे पर थे, वे कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने आए थे। उनके दौरे पर बीजेपी नेता और कार्यकर्ता भी शामिल थे। मंत्री ने जिला मुख्यालय से अमरपुर तक 24 किलोमीटर लंबी प्रधानमंत्री सड़क का भूमिपूजन किया।