
How to Prevent Cancer from Coming Back
Cancer recurrence : कई बार ऐसा देखा गया है कि कैंसर से जंग जीतने के बाद भी कुछ मरीज इस बीमारी का दोबारा शिकार हो जाते हैं। यह सवाल उठता है कि आखिर इसकी वजह क्या होती है? विशेषज्ञों के अनुसार, कैंसर कोशिकाएं उपचार के बावजूद शरीर में छिपी रह सकती हैं और समय के साथ फिर से सक्रिय हो सकती हैं।
दोबारा कैंसर (Cancer recurrence) होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें कैंसर का प्रकार, उसकी स्टेज, उपचार की प्रक्रिया और जीवनशैली शामिल हैं। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि कैंसर से ठीक होने के बाद कौन-से एहतियाती कदम उठाने चाहिए, ताकि यह बीमारी फिर से हावी न हो। इसी विषय पर विशेषज्ञ डॉक्टरों की राय जानने के लिए यह लेख प्रस्तुत किया गया है।
डॉक्टरों के मुताबिक, कुछ प्रकार के कैंसर में दोबारा होने की संभावना अधिक होती है। खासकर:
- लीवर कैंसर और स्टमक कैंसर में दोबारा होने का खतरा अधिक होता है।
- ब्रेस्ट कैंसर के मामले में पुनरावृत्ति की संभावना अपेक्षाकृत कम होती है।
- स्टेज 3 और स्टेज 4 के कैंसर से उबरने वाले मरीजों में दोबारा कैंसर होने की संभावना ज्यादा देखी जाती है।
अधूरी नष्ट हुई कैंसर कोशिकाएं: उपचार के दौरान कुछ कैंसर कोशिकाएं निष्क्रिय रह सकती हैं और समय के साथ फिर से बढ़ सकती हैं।
गलत जीवनशैली: धूम्रपान, शराब सेवन, असंतुलित आहार और तनाव कैंसर को दोबारा आमंत्रित कर सकते हैं।
अनुवांशिक कारण: यदि किसी के परिवार में कैंसर का इतिहास रहा है, तो पुनरावृत्ति की संभावना बढ़ जाती है।
कमजोर इम्यून सिस्टम: यदि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है, तो कैंसर फिर से उभर सकता है।
कैंसर से उबरने के बाद नियमित रूप से मेडिकल जांच करवाना बेहद जरूरी है। खासकर ब्लड टेस्ट और इमेजिंग स्कैन कराते रहना चाहिए।
- हरी सब्जियां और फलों का सेवन करें।
- प्रोसेस्ड और जंक फूड से बचें।
- अधिक प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट युक्त भोजन लें।
- नियमित रूप से योग करने से शरीर स्वस्थ रहता है।
- ब्रेस्ट कैंसर से उबरने वाली महिलाओं के लिए योग विशेष रूप से फायदेमंद साबित हुआ है।
- हल्का व्यायाम और पैदल चलने की आदत डालें।
अगर कोई व्यक्ति पहले से कैंसर से ठीक हो चुका है, तो उसे शराब और सिगरेट से दूर रहना चाहिए। ये दोनों ही चीजें कैंसर के दोबारा होने के प्रमुख कारणों में से एक हैं।
तनाव और नींद की कमी भी कैंसर को दोबारा बुला सकती है। इसलिए ध्यान, प्राणायाम और अच्छी नींद को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।
यदि कैंसर दोबारा हो जाता है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आजकल कीमोथेरेपी, टारगेटेड थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और कारपीस सेल थेरेपी जैसी आधुनिक चिकित्सा पद्धतियां उपलब्ध हैं, जिनसे मरीज को फिर से ठीक किया जा सकता है।
कैंसर को हराने के बाद भी सतर्कता बेहद जरूरी है। सही खानपान, नियमित व्यायाम, तनाव मुक्त जीवनशैली और समय-समय पर मेडिकल जांच कराने से आप दोबारा कैंसर होने के खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
IANS
Published on:
30 Jan 2025 10:40 am
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