
cause and treatment of breast cancer
cause and treatment of breast cancer:कम उम्र की लड़कियों में बढ़ा ब्रैस्ट कैंसर का खतरा, बचने के लिए सुधारें अपनी ये आदतें
ब्रैस्ट कैंसर से बचने के लिए रखें इन जरुरी बातों का ध्यान
ब्रैस्ट कैंसर एक ऐसी स्थिति है जब कुछ जींस (genes) में बदलाव की वजह से ब्रैस्ट सेल्स अलग अलग होने लगती हैं बढ़ने लगती हैं और बिना नियंत्रण के फैलने लगती हैं। आमतौर पर कैंसर ब्रैस्ट फीडिंग करने वाली ग्लैंड ( glands)लोबुल्स (lobules) और डक्ट्स (ducts ) में कैंसर बनता है, जो दूध को ग्रंथियों से निपल तक ले जाती हैं। ब्रैस्ट के फैटी fatty और फिब्रोस कनेक्टिव टिश्यू (fibrous connective tissue) भी कैंसर सेल्स (cancer cells ) के लिए हॉटस्पॉट हो सकते हैं। कुछ मामलों में कैंसर सेल्स आपकी बांहों के नीचे लिम्फ (lymph nodes) नोड्स तक भी पहुंच सकती हैं और शरीर के अलग -अलग हिस्सों में फैल सकती हैं।
इंडिया में ब्रैस्ट कैंसर आज कल बहुत ही आम बीमारी हो गई है , देश में होने वाले सभी कैंसरों से मरने वालो की संख्या 13.5% है जिनमे से लगभग 10.6% मौतों का
कारण ब्रैस्ट कैंसर यह भी है । युवावर्ग की महिलाओं के मामलों में ज्यादा संख्या में वृद्धि देखी है।
इस श्रेणीं की महिलाओं को है ज्यादा खतरा कहीं आप उनमें से एक तो नहीं !
1. परिवार में किसी को पहले से - किसी करीबी रिश्तेदार, या घर में से किसी को जैसे कि मां, बहन या बेटी, जिसे कभी ब्रैस्ट कैंसर हुआ हो तो आपके लिए भी बढ़ सकता है खतरा ।
2. जेनेटिक - कुछ लोगों में यह बीमारी जेनेटिक (genetic mutation) भी होती है , यानी परिवार में कभी माँ ,दादी , या परदादी को रही हो जिसके कारण वह नई पीढ़ी (new generation) में भी आ सकती है। इन (बीआरसीए1 या बीआरसीए2)
इन्फेवशन के कारण ब्रैस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
3. उम्र - ब्रैस्ट कैंसर का खतरा उम्र के साथ बढ़ता ही जाता है , खासकर की पीरियड(menopause)बंद होने के बाद।
4. हार्मोनल फैक्टर - सबसे पहले पीरियड या देर से पीरियड का होना या हार्मोन रिप्लेसमेंट (hormone replacement therapy) थेरेपी के माध्यम से एस्ट्रोजन (estrogen) के ज्यादा लंबे टाइम तक संपर्क से जोखिम बढ़ जाता।
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5. पिछली ब्रैस्ट कंडीशंस (previous benign breast conditions) - पिछली कुछ ब्रैस्ट कंडीशंस , जैसे एटिपिकल हाइपरप्लासिया (atypical hyperplasia), ब्रैस्ट कैंसर को बढ़ने के खतरे को और ज्यादा बढ़ा सकता है।
6. रेडिएशन एक्सपोजर (radiation exposure) - ब्रैस्ट पर पहले कभी रेडिएशन थेरेपी हुई हो (radiation therapy), जैसे कि हॉजकिन लिंफोमा (hodgkin lymphoma) ब्रैस्ट कैंसर होने के खतरे को बढ़ाती है। उदाहरण के लिए: अगर किसी ने 20 साल की उम्र में हॉजकिन लिंफोमा के लिए रेडिएशन थेरेपी ली थी तो यह उन लोगों के लिए बहुत खतरे की बात है और उन्हें जरुरत से ज्यादा सेंसिटिव बना देगा ।
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7. मोटापा - ज्यादा वजन या एक्स्ट्रा फैट और ओवर वेट होने से और खासकर की पीरियड बंद होने के बाद ब्रैस्ट कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है।
8. शराब पीना - डेली या ज्यादातर शराब पीने से भी ब्रैस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
9.लिंग- ब्रैस्ट कैंसर औरतों में बहुत ज्यादा आम है आदमियों में भी यह बीमारी आ सकती है भले ही इसकी आवृत्ति उनमे कम हो।
रिसर्च के मुताबिक अपने डेली रुटीन में बदलाव करके ब्रैस्ट कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है। इस खतरे को कम करने के लिए ये टिप्स आदतें आपकी मदद कर सकती हैं। हम ये नहीं कहते कि ये हर एक महिला के हिसाबसे सही है , लेकिन यह आपकी हेल्थ के लिए भी फायदेमंद हो सकती है :
1. शारीरिक व्यायाम करें-
फिजिकली फिट और एक्टिव रहकर आप ब्रैस्ट कैंसर के खतरे को कम कर सकती हैं। रोज आप कम से कम 30 मिनट की एक्सरसाइज करें या फिर घर के काम में अच्छी तरह से एक्टिव रहें। यह आपके शरीर के फैट को कम करने में मदद करेगा। इसके अलावा अपना वज़न हमेशा चेक करते रहें।
2. धूम्रपान और शराब का सेवन न करें - सिगरेट और शराब पीना आजकल महिलाओं में भी काफी आम बात है। हम यह कह सकते हैं कि महिलाओं में बढ़ते ब्रैस्ट कैंसर का यह भी एक कारण है। यह ब्रैस्ट कैंसर को बढ़ावा देता है। जो महिलाएं ड्रिंक करती हैं, उन्हें एक दिन में 1 से ज्यादा अल्कोहल ड्रिंक नहीं लेना चाहिए।
3.पौष्टिक आहार खाए - ब्रैस्ट कैंसर से बचाने के लिए आप बैलेंस डाइट खाए । अपनी डाइट में फल, जूस और हरी सब्जियों का सेवनऔर बढ़ाएं। कार्बोहाइड्रेट को अपनी डाइट में कम करें। इससे मोटापा बढ़ता है। आप बाहर का पैकेट के लिक्विड जैसे कि जूस और कोल्ड ड्रिंक पीने से बचें।
खासतौर पर वो महिलाएं जिनके परिवार में ब्रैस्ट कैंसर पहले हो चुका है उन्हें सचेत रहने की ज़रूरत है, इसलिए महिलाओं के लिए अपने परिवार की बैक हिस्ट्री को जानना जरुरी है। यदि आपकी माँ या बहन को ब्रैस्ट कैंसर या डिम्बग्रंथि कैंसर (ovarian cancer) हो चुका है, तो आपके लिए ब्रैस्ट कैंसर का खतरा ज्यादा हो सकता है। ऐसे में आपको डॉक्टर के परामर्श की ज़रूरत है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
24 Jul 2023 05:31 pm
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