
Rajasthan Government New Scheme : सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों में बाल्यावस्था से ही सीखने की समझ विकसित करने की मंशा से प्रदेश सरकार ने अब नई शिक्षा नीति अनुसार रोड मेप तैयार करना शुरू कर दिया है। बालक-बालिकाओं को गतिविधि आधारित गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए कला किट क्रय करने के लिए नौ करोड़ 71 लाख रुपए का एकमुश्त बजट आवंटित किया है। इसके तहत सरकारी स्कूलों, मां-बाड़ी एवं संस्कृत शिक्षा विभाग के स्कूलों में पहली से पांचवी तक में अध्ययनरत विद्यार्थियों को कला किट दिया जाएगा। प्रति विद्यार्थी 30 रुपए का कला किट विद्यार्थियों को मिलेगा। इसके माध्यम से विद्यार्थी को सीखने को सरल, सहज, रोचक एवं आनन्ददायी शिक्षा मिल सकेगी। प्रदेश में फिलहाल पांचवी तक की कक्षाओं में कुल 32 लाख 37 हजार 753 विद्यार्थियों का नामांकन है।
कला किट का बच्चे कितना उपयोग कर रहे हैं। इसकी निगरानी के लिए शिक्षकों की जिमेदारी तय की है। वहीं, अभिभावकों से भी अपेक्षा की है कि विद्यार्थियों की कला किट के उपयोग से सृजनात्मक कार्य करने के लिए प्रेरित करना है। साथ ही शिक्षकों एवं संस्था प्रधान के साथ निरन्तर समन्वय बनाए रखना है। कला किट के माध्यम से विद्यार्थियों द्वारा किए जा रहे कार्य की नियमित समीक्षा होगी।
साथ ही फोन कॉल कर अभिभावकों से फीडबैक लेना होगा। विद्यार्थियों के सृजनात्मक कार्य को कक्षा कक्ष, प्रार्थना स्थल, बालसभा के मंच पर प्रदर्शित किया जाएगा। इस सृजनात्मक कार्य को पोर्ट फोलियो में संधारित किया जाएगा। विषयाध्यापक को कला किट सामग्री का उपयोग करवाते हुए अधिगम को रुचिकर बनाना होगा।
1- कला के माध्यम से विद्यार्थियों में सीखने के प्रति रुचि उत्पन्न करना।
2- विद्यार्थियों में क्रियात्मक व सृजनात्मक कौशल का विकास करना।
3- स्वयं करके ज्ञान सृजन के अवसर उपलब्य कराना।
4- गतिविधि आधारित शिक्षण के लिए आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराना।
1- कलर : (स्कैच-पेंसिल कलर)
2- पेन्सिल : 03 नग
3- रबर : 02 नग
4- शॉर्पनर : 01 नग
5- स्कैच बुक : 01 ।
Published on:
14 Dec 2024 04:57 pm
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