Dungarpur News : डूंगरपुर जिले में विद्युत आपूर्ति की बदहाली की कलई गुरुवार को एक बार फिर खुल गई है। विद्युत निगम की लापरवाही तब उजागर हुई जब गुरुवार दोपहर बाद सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के मंत्री अविनाश गहलोत सर्किट हाउस पहुंचे। यहां जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक शुरू ही हो रही थी कि बिजली गुल हो गई। इसके बाद करीब 15 मिनट तक मंत्री ने मोबाइल की रोशनी में कार्यकर्ताओं एवं अधिकारियों से चर्चा की। इसके बाद कहीं विद्युत आपूर्ति बहाल हुई। इसके बाद मंत्री ने अधिकारियों की बैठक ली।
मंत्री अविनाश गहलोत कहा कि सरकार द्वारा किसी भी योजना के अंतर्गत शुरू किए गए कार्यों को प्रभावी मॉनिटरिंग के साथ और पूरी जिम्मेदारी और गंभीरता से तय समय अवधि में पूर्ण करें। इससे उसका वास्तविक लाभ आमजन को मिल सकें। बैठक में विभिन्न विभागों के प्रगतिरत कार्यों, बजट घोषणाओं, विभिन्न योजनाओं, अभियान की समीक्षा की।
इस दौरान विधायक सागवाड़ा शंकरलाल डेचा, पूर्व राज्य मंत्री सुशील कटारा, पूर्व विधायक गोपीचंद मीणा, भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक पटेल, भाजपा नेता बंशीलाल कटारा भी मौजूद रहें। बैठक में कलक्टर अंकितकुमार सिंह ने योजनाओं की जानकारी दी। वहीं, जिला पुलिस अधीक्षक मोनिका सेन ने कानून और व्यवस्था की जानकारी दी। मंत्री ने विद्युत निगम में एफआरटी टीम की संख्या तथा नियुक्त कार्मिकों की भी जानकारी ली। उन्होंने ने कहा कि आवश्यकता होने पर डिमांड भेजें। इसके साथ ही उन्होंने अधीक्षण अभियंता एवीएनएल से बजट घोषणा के अंतर्गत आवंटित जीएसएस के लिए भूमि आवंटन टेंडर लगने, गत घोषणा की कार्य पूर्णता आदि के बारे में भी जानकारी ली।
मंत्री अविनाश गहलोत ने जल जीवन मिशन, कंटीन्जेंसीज कार्य आदि के बारे में भी जानकारी ली। पीएचईडी को जल जीवन मिशन में सर्वे कराकर अब तक जो अधूरे कार्य हैं, उन्हें पूर्ण करने, जल जीवन मिशन प्रोजेक्ट के दौरान टूटी हुई सड़कों को सही करने एवं अन्य कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए। अधिकारियों को आश्रम छात्रावास की जानकारी लेते हुए उनका औचक निरीक्षण करने तथा बारीकी से साफ-सफाई बेडशीट, तकिया, चद्दर , शौचालय, किचन, कमरों तक की साफ-सफाई, अल्पाहार, भोजन, खाद्य सामग्री की गुणवत्ता आदि के निरीक्षण करने के निर्देश दिए।
Published on:
13 Jun 2025 02:00 pm