
नौकरी नहीं मिलने से परेशान डिप्लोमा इंजीनियर ने लगाई फांसी, सुसाइडल नोट में लिखा...मैं बांध रहा हूं अपने हाथ
भिलाई. सेक्टर-7, सड़क-37 में रहने वाले डिप्लोमा इंजीनियर (Diploma engineer) युवक ने ऐसी फांसी लगाई (Hanged) की वह आत्महत्या (suicide) नहीं, प्रथम दृष्टया हत्या लग रही थी। मौके पर पहुंचे पुलिस जवान ने तत्काल इसकी सूचना अपने उच्चाधिकारियों को दी। फोरेसिंक एक्सपर्ट को भी बुला लिया गया। आला अफसर आत्महत्या (suicide) करने के तरीके से आश्चर्य में पड़ गए थे। हत्या की आशंकाओं को लेकर तफ्तीश कर रहे थे कि घर में खोजबीन के दौरान युवक का सुसाइडल नोट हाथ लग गया। तब जाकर चार घंटे बाद पुलिस ने राहत की सांस ली। (Bhilai news)
फंदे पर लटक रहा था शव
भिलाई नगर थाना प्रभारी बीआर मरकाम ने बताया कि घटना मंगलवार की शाम 6.30 बजे की है। ई ऋषभ (21 वर्ष) घर पर अकेला था। 12वीं कक्षा में पढऩे वाली उसकी छोटी बहन कोचिंग और मां सिलाई करने गई थी। पिता भी गार्ड की ड्यूटी पर थे। जब उसकी मां घर पहुंची तो दरवाजा खुला मिला। ऋषभ को आवाज लगाई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। ऋषभ का कमरा अंदर से बंद था। काफी खटखटाने पर भी दरवाजा नहीं खोला तब मां चिल्लाई। पास पड़ोस के लोग पहुंचे। दरवाजे को तोड़कर देखा तो ऋषभ फंदे पर लटका हुआ था। (Bhilai news)
हत्या की आशंका पर पहुंचे पुलिस अधिकारी
फांसी पर झूल रहे ऋषभ को देख लोगों ने हत्या की आशंका जताई। उसके दोनों हाथ पीछे स्कार्फ से बंधा हुआ था। पैर जमीन से दो फीट ऊपर था। सूचना पर पुलिस पहुंची। पुलिस भी घटना देख हैरान रह गई। सूचना पर एएसपी रोहित कुमार झा और भिलाई नगर सीसीएसपी अजीत यादव तत्काल मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक एक्सपर्ट अनुपमा मेश्राम को बुलाया गया। उन्होंने घटना स्थल की जांच की। चेकिंग के दौरान सुसाइडल नोट मिला। (Bhilai news)
अनोखे तरीके से की हैंगिंग
फोरेंसिक एक्सपर्ट अनुपमा मेश्राम ने बताया कि यह अनोखा तरीके का केस था। युवक ने अपने दोनों हाथ पीछे की तरफ स्कार्फ से बांध लिया था। आश्चर्य यह था कि दोनों हाथ बांधकर फांसी कैसे लगाएगा? लेकिन उसकी जीभ बाहर आ गई थी। मुंह से झाग निकल गया था। फांसी की गठान से बांए तरफ सिर झुक गया था। इससे स्पष्ट है कि उसने खुद ही फांसी लगाई थी।
सुसाइडल नोट में लिखा मैं अपना हाथ खुद बांध रहा हूं
मेरे परिवार वालों का किसी प्रकार का दबाव नहीं है। मैं जो भी कर रहा हूं अपनी मर्जी से सुसाइड कर रहा हूं। मम्मी खुश रहना आप। मंै अपने हाथ खुद बांध रहा हूं। फिर पैरों को हाथों के बीच से निकालकर पीछे कर दूंगा।
नौकरी नहीं मिलने से परेशान था ऋषभ
ऋषभ ने पॉलीटेक्नीक पास किया। वह नौकरी की तलाश में था। नौकरी के लिए कई बार फॉर्म भरा। लेकिन उसे नौकरी नहीं मिल रही थी। परिजनों का कहना था इससे वह परेशान रहता था। (Bhilai news)
Chhattisgarh Bhilai से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter और Instagram पर ..
ताज़ातरीन ख़बरों, LIVE अपडेट के लिए Download करें patrika Hindi News App.
Published on:
04 Jul 2019 12:23 pm
बड़ी खबरें
View Allदुर्ग
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
