न्यायिक कर्मचारी नेता वीपी सिसोदिया व संतोष यादव ने बताया कि बंगले में ड्यूटी करने से मना करने पर नवम अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश स्मिता रत्नावत ने भृत्य गया नगर निवासी सदानंद यादव (40) को कोर्ट के बाहर खड़ा रहने कहा था।
सदानंद के बेहोश होने पर भी उसे अस्पताल ले जाने पर ध्यान नहीं दिया। तो कर्मचारी भड़क गए। न्यायालय के तृतीय व चतुर्थ वर्ग कर्मचारी एकजुट हो गए। सदानंद को ऑटो से अस्पताल पहुंचाया। यहां अधिवक्ता भी मदद करने आए। (Durg news)
जिला एवं सत्र न्यायाधीश गोविंद प्रसाद मिश्रा व सीजेएम मोहनसिंह कोर्राम जिला अस्पताल गए। उनके जाते ही कर्मचारियों ने बेसमेंट पार्किंग का शटर गिरा दिया। नारेबाजी करते हुए रोड पर आ गए। पुलिस ने जैसे-तैसे शटर खुलवाया तब न्यायाधीश वहां से रवाना हो पाए।
जिला अस्पताल में भर्ती सदानंद यादव को रात 9.30 बजे जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने रामकृष्ण केयर अस्पताल रायपुर रेफर कर दिया। उसकी स्थिति बिगडऩे की सूचना पर न्यायाधीश विवेक तिवारी, सीजेएम मोहन सिंह कोर्राम, राज्य अधिवक्ता परिषद के सदस्य संजय अग्रवाल, समेत अन्य अस्पताल पहुंचे थे। (Durg news)