नई दिल्लीPublished: Jul 03, 2018 10:34:56 am
Saurabh Sharma
एटीएम के जरिए धोखाधड़ी और हैकिंग की बढ़ती शिकायतों को रोकने के लिए रिजर्व बैंक ने एटीएम अपग्रेडेशन की समय सीमा तय की थी, यह डेडलाइन 6 चरणों में बंटी हुई है और पहली डेडलाइन अगस्त 2018 है।
नई दिल्ली। अगर आप एटीएम के अंदर ट्रांजेक्शन करने जा रहे हैं तो आपको बड़ी चपत लग सकती है। क्योंकि कुछ ही महीनों में एटीएम चार्ज बढ़ाया जा सकता है। क्योंकि रिजर्व बैंक द्वारा एटीएम अपग्रेडेशन को लेकर जो निर्देश दिए थे उन्हें पूरा करने में एटीएम कंपनियों की लागत बढ़ जाएगी। जिसकी भरपार्इ के करने के लिए इंडस्ट्री ने एटीएम चार्ज बढ़ाने की मांग की है। कन्फेडरेशन ऑफ एटीएम इंडस्ट्री का कहना है कि पहले से ही इंडस्ट्री घाटे में चल रही है और एटीएम अपग्रेडेशन से उनकी लागत बढ़ जाएगी।
कुछ एेसा था आरबीआर्इ का निर्देश
एटीएम के जरिए धोखाधड़ी और हैकिंग की बढ़ती शिकायतों को रोकने के लिए रिजर्व बैंक ने एटीएम अपग्रेडेशन की समय सीमा तय की थी। यह डेडलाइन 6 चरणों में बंटी हुई है और पहली डेडलाइन अगस्त 2018 है। वहीं छठा यानी अंतिम चरण जून 2019 को खत्म होगा। इसका मतलब यह है कि बैंकों को जून 2019 तक हर कीमत में एटीएम अपग्रेडेशन का काम पूरा करना होगा। एटीएम अपग्रेडेशन के तहत BIOS पासवर्ड, USB पोर्ट डिसेबल करना, ऑपरेटिंग सिस्टम का लेटेस्ट वर्जन अप्लाई करने के साथ-साथ नए नोटों के लिहाज से कैसेट्स को रीकन्फ्यीग्यर करना भी शामिल था।
25 फीसदी तक बढ़ जाएगी लागत
कन्फेडरेशन ऑफ एटीएम इंडस्ट्री के डायरेक्टर जनरल ललित सिन्हा के मुताबिक आरबीआर्इ के ताजा निर्देश से एटीएम की लागत कम से कम 25 फीसदी बढ़ने के आसार है। वहीं बैंक भी अपनी सर्विस महंगी करेंगे क्योंकि उनकी ऑपरेशनल कॉस्ट भी 40 फीसदी बढ़ेगी। एटीएम इंडस्ट्री का कहना है कि पहले से ही यह इंडस्ट्री घाटे में चल रही है क्योंकि एटीएम ट्रांजेक्शन पर फीस केवल 15 रुपए है। वहीं नॉन-कैश ट्रान्जेक्शंस पर फीस 5 रुपए है। हालांकि यह फीस कस्टमर पर नहीं लगती है। कस्टमर को पैसा तभी देना होता है जब फ्री ट्रांजेक्शंस की संख्या पूरी होने के बाद भी वह एटीएम से कोई ट्रांजेक्शंस करे। इस फीस को 2012 में तय किया गया था और तब से इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। वहीं एटीएम से एक ट्रांजेक्शन की लागत एक दिन का 23 रुपए आती है।
आम जनता पर पड़ेगा इतना असर
जब एटीएम चार्ज बढ़ेगा तो हो सकता है कि बैंक आपसे फ्री ट्रांजेक्ंशस खत्म होने पर लिए जाने वाले 18 रुपए प्लस जीएसटी चार्ज में बढ़ा दे। साथ ही यह भी हो सकता है कि इन फ्री एटीएम ट्रांजेक्शंस की संख्या घटाकर कम कर दी जाए, जो अभी 5 या 3 है।