नई दिल्लीPublished: Nov 22, 2020 02:33:57 pm
Saurabh Sharma
नई दिल्ली। नवंबर का महीना भारत का प्रत्येक लिहाज से काफी अच्छा रहा है। जहां एक ओर इक्विटी मार्केट में तेजी देखने को मिली। दूसरी ओर भारत के पीएमआई आंकड़े भी अच्छे आए। वहीं भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में भी इजाफा हुआ। सवाल यह है कि आखिर विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफा होता कैसे है? वास्तव में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों यानी एफपीआई की ओर से किए जाने वाले निवेश की वजह से विदेशी मुद्रा भंडार में बड़ा इजाफा देखने को मिलते हैं। वैसे इसके इजाफे के और भी कई कारण हैं। आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर नवंबर के महीने में एफपीआई की ओर से कितना निवेश भारत में देखने को मिला है।