
जीएम फसलों की खेती में भारत दुनिया में पांचवें स्थान पर, चीन-पाकिस्तान को पछाड़ा
नई दिल्ली। हर रोज दुनिया में अपना नाम रोशन कर रहे भारत ने अब एक और नया रिकॉर्ड बनाया है। भारत आनुवांशिक रूप से संशोधित (जीएम) फसलों की खेती करने वाले देशों में दुनियाभर में पांचवें स्थान पर आ गया है। 2017 में भारत में 1.94 करोड़ हेक्टेयर क्षेत्रफल में जीएम फसलों की खेती की गई है। हालांकि, दुनिया के अन्य बड़े उत्पादकों के उलट यहां एकल फसल का ही उत्पादन हुआ। जीएम फसलों का उत्पादन करने के मामले में भारत ने अपने दो पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान को पछाड़ दिया है।
जीएम फसलों की खेती में अमरीका टॉप पर
अमरीका 7.5 करोड़ हेक्टेयर पर ट्रांसजेनिक फसलों के उत्पादन के साथ शीर्ष पर रहा। कृषि-बायोटेक अनुप्रयोगों (आइएसएएए) के अनुसार अमरीका में 7.5 करोड़ हेक्टेयर जीएम क्षेत्र में से 3.4 करोड़ हेक्टेयर में सोयाबीन, 3.38 करोड़ हेक्टेयर में मक्का, 45.8 लाख हेक्टेयर में कपास, 12.2 लाख हेक्टेयर में अल्फाल्फा की खेती की गई। आइएसएएए की नवीनतम रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर के किसानों ने पिछले साल 18.98 करोड़ हेक्टेयर में ट्रांसजेनिक फसलों का उत्पादन किया था।
भारत में कपास की खेती पर जोर
भारत की बात करें तो 2017 में कपास की कुल उत्पादन का करीब 15 फीसदी आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, गुजरात और मध्यप्रदेश में हुआ जबकि कुल उत्पादन का 5 प्रतिशत से अधिक केवल पंजाब में हुआ। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय किसानों के बीच आनुवंशिक रूप से संशोधित खेती करने की मांग अधिक बढ़ी है। आपको बता दें कि भारत में जीएम फसलों को खेती को लेकर विरोध भी हो रहा है। कई संगठनों का कहना है कि जीएम फसलें भारतीय मौसम के लिहाज से अनुकूल नहीं हैं। एेसे में इनकी खेती की इजाजत न दी जाए।
2017 में जीएम खेती करने वाले देश
| अमरीका | 7.50 करोड़ हेक्टेयर |
| ब्राजील | 5.02 करोड़ हेक्टेयर |
| अर्जेंटीना | 2.36 करोड़ हेक्टेयर |
| कनाडा | 1.31 करोड़ हेक्टेयर |
| भारत | 1.14 करोड़ हेक्टेयर |
| पराग्वे | 30 लाख हेक्टेयर |
| पाकिस्तान | 30 लाख हेक्टेयर |
| चीन | 28 लाख हेक्टेयर |
| दक्षिण अफ्रीका | 27 लाख हेक्टेयर |
| बोलीविया | 13 लाख हेक्टेयर |
| उरुग्वे | 11 लाख हेक्टेयर |
| कुल | 18.98 करोड़ हेक्टेयर |
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Published on:
13 Jul 2018 11:34 am
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