और सुधरेगी रैंकिंग पीएम मोदी ने जापान और भारत के उद्यमियों, मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को संबोधित करते हुये कहा कि उनकी सरकार बने हुए लगभग साढ़े चार साल हो चुके हैं। इस दौरान बिजनेस से जुड़े कार्याें को उन्होंने अपनी प्राथमिकता वाली सूची में कारोबार सुगमता को सबसे ऊपर रखा है और इसका नतीजा अब दुनिया के सामने है। वर्ष 2014 में जब उनकी सरकार ने बागडोर संभाली थी उस समय विश्व बैंक की कारोबार सुगमता रैकिंग में भारत का स्थान 142वां था जो अब अब सौंवी रैंक पर हैं और अब भी रैंकिंग में सुधार के लिए बहुत व्यापक स्तर पर काम जारी है।
आने वाले सालों में और अच्छे परिणाम उन्होंने कहा कि संघीय सरकार के स्तर पर, राज्य सरकार के स्तर पर, स्थानीय प्रशासन के स्तर पर एक के बाद एक कदम उठाये जा रहे हैं। आने वाले वर्षों में इसके और भी अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। इतना बड़ा सुधार, त्वरित और निर्णायक रूप से लिए गए फैसलों से तथा बेवजह के नियमों में फेरबदल से संभव हुआ है। भारत सरकार ने कारोबार सुगमता को और गति देने के लिए सभी 36 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की रैकिंग भी करनी शुरू कर दी है जिससे राज्यों में भी निवेश को लेकर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा शुरू हो गयी है। प्रधानमंत्री ने भारत के लिए पूंजी निवेश को आवश्यक बताते हुये कहा कि इसलिए कारोबार सुगमता की दिशा में कदम उठाये जा रहे हैं। पूंजी निवेश होगा तभी रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे, देश के इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार होगा, कृषि, खनिज, समुद्री संपत्तियां एवं अन्य प्राकृतिक संपत्तियों में मूल्यवद्र्धन होगा। देशवासियों को जीवनयापन सुगमता के उपाय किये गये हैं जो कारोबार सुगमता का ही विस्तार है। इसलिए जोरशोर से कारोबार सुगमता को आगे बढ़ाया गया जिससे विश्व वौद्धिक संपदा संगठन के वैश्विक नवाचार सूचकांक में 21 पायदान का सुधार हुआ है।