
Pak Economy Crisis: 200 फीसदी बढ़ने जा रहा घरेलू गैस का दाम, आम जनता के छूट जाएंगे पसीने
नई दिल्ली। खस्ताहाल अर्थव्यवस्था ( Pakistan Economy ) से परेशान पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ( Pakistan ) ने अपने आवाम को एक और बड़ा झटका देने की तैयारी में है। दरअसल, पाकिस्तान सरकार ( pak Government ) जुलाई माह से घरेलू गैस की कीमतों में 200 फीसदी की इजाफा करने की तैयारी में है। बता दें कि अर्थव्यवस्था की कंगाली से उबरने के लिए इमरान खान ( Imran Khan ) की अगुवाई वाली पाकिस्तानी सरकार लगातार कई कदम उठा रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि सरकारी राजस्व बढ़ाने और अर्थव्यस्था ( pakistan economy Crisis ) में जान फूंकने के लिए घरेलू गैस की कीमतों में इजाफा करने का फैसला लिया जा सकता है। यही वजह है कि पाक सरकार इसमें सीधे 200 फीसदी का इजाफा करना चाहती है।
इस संबंध में गुरुवार को पाकिस्तान की ऑयल एंड रेग्युलेटरी गैस अथॉरिटी ( ORGA ) ने आर्थिक समन्वय समिति ( Economic Coordination Committee ) को विवरण भेजा है। पाकिस्तानी अखबार द डॉन ने इस डॉक्युमेंट के हवाले से कहा है कि 50 क्युबिक प्रति माह तक घरेलू गैस इस्तेमाल करने वाले पहले स्लैब का दाम 121 रुपये से बढ़ाकर 184 रुपये प्रति एमएमबीटीयू (मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट) कर दिया जाएगा। ऐसे में इस कैटेगरी में आने वाले आम लोगों का मासिक बिल 285 रुपये से बढ़कर सीधे 422 रुपये हो जाएगा। वहीं, 50-100 क्युबिक मीटर घरेलू गैस इस्तेमाल करने वाले दूसरे स्लैब पर 127 रुपये के मौजूदा दर को बढ़ाकर 369 रुपये प्रति एमएमबीटीयू करने का प्रस्ताव दिया गया है। ऐसे में दूसरे स्लैब में आने वाले लोगों का मासिक बिल 572 रुपये से बढ़कर 1,219 रुपये प्रति माह हो जाएगा।
पाकिस्तान आवाम पर 175 अरब रुपये का बोझ
इसी प्रकार 100-200, 200-300, 300-400 और 400 से अधिक क्युबिक मीटर के अन्य स्लॉट की दरों में भी इजाफा करने का प्रस्ताव दिया गया है। इस दौरान पाकिस्तानी पेट्रोलियम डिविजन ने फर्टीलाइजर, पावर, सीमेंट, जीरो रेटेड इंडस्टी, सीएनजी और अन्य कॉमर्शियल कार्यों के लिए इस्तेमाल होने वाले गैस की दरों में भी 31 फीसदी का इजाफा करने का भी प्रस्ताव दिया है। द डॉन ने अपने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि यदि इस प्रस्ताव को मान लिया जाता है तो बिना किसी बदलाव के लागू कर दिया जाता है तो इससे पाकिस्तान आवाम पर कुल 175 अरब रुपये का असर पड़ेगा।
पाकिस्तान में आसमान छू रही महंगाई
बता दें कि पाकिस्तान में गैस की कीमतों को साल में दो बार (जनवरी और जुलाई ) रिवाइज किया जाता है। राजनीतिक तनाव के चलते घरेलू गैस की कीमतों में 1 जुलाई की जगह अक्टूबर 2018 को अंतिम बार बदलाव किया गया था। उल्लेखनीय है कि बढ़ते व्यापार घाटे और राजकोषीघ घाटे की वजह से पाकिस्तान में अर्थव्यवस्था चरमरा चुकी है। वैश्विक स्तर पर भी पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था की साख पर असर पड़ा है। गत अप्रैल माह में जारी आंकड़ों के मुताबिक, पाकिस्तान में महंगाई बीते छह सालों के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। सरकार की तरफ से जारी आकंड़ों के मुताबिक, साल-दर-साल के हिसाब से महंगाई दर 8.21 फीसदी से बढ़कर 9.41 फीसदी हो गई है।
(नोट: उपरोक्त खबर में रुपये का मतलब पाकिस्तनी रुपया है। भारत के 1 रुपये के बराबर पाकिस्तानी रुपये का स्तर 2.77 है।)
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Updated on:
26 Jun 2019 01:42 pm
Published on:
26 Jun 2019 12:52 pm
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