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इस महीने की शुरुआत में आरबीआई ने बेंचमार्क ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती की थी, जो अब 6.25 फीसदी हो गई है। लेकिन सरकारी और निजी बैंकों ने इसका लाभ अपने ग्राहकों को नहीं दिया। वास्तव में ग्राहकों को 5 फीसदी से भी कम लाभ दिया गया। गर्वनर ने कहा कि आरबीआई को बाहरी बेंचमार्क को लेकर ढेर सारी टिप्पणियां मिली हैं और वह फिलहाल उनकी जांच कर रही है।
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आरबीआर्इ ने घटाया था रेपो रेट व रिवर्स रेपो रेट
इसके पहले रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया ने गत 7 फरवरी काेअपनी छठी मौद्रिक समीक्षा नीति बैठक में रेपो रेट आैर रिवर्स रेपो रेट में कटौती किया था। इस कटौती के बाद देश के लोगों को ब्याज दरों में बड़ी राहत मिलेगी के आसार लगाए जा रहे थे। । आरबीआर्इ ने रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती की थी, जिसके बाद अब रेपो रेट 6.50 फीसदी से घटकर 6.25 के स्तर पर आ गया है। वहीं रिवर्स रेपो रेट को घटाकर 6 फीसदी कर दिया गया है। आपको बता दें कि आरबीआर्इ के नए गवर्नर शक्तिकांत दास के कार्यकाल की यह पहली समीक्षा बैठक है। दास ने 12 दिसंबर को आरबीआर्इ की कमान संभाली थी।
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