
Recession in Australia after After 30 years due to coronavirus
नई दिल्ली। बीते कुछ दिनों से जीडीपी की बात काफी जोरशोर के साथ हो रही है। चीन दुनिया का इकलौता ऐसा देश जहां जीडीपी में इजाफा देखने को मिला है। वहीं भारत एक ऐसा देश है जहां दुनिया में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली है। वहीं एक ऐसे देश का नाम सामने आया है जिसके विकास के पहिये 30 साल में पहली बार थमे हैं। वो देश है ऑस्ट्रेलिया। जहां करीब 30 साल के बाद आधिकारिक तौर पर पहली बार मंदी दर्ज ( recession in Australia ) की गई है। यहां जून तिमाही में पिछली तिमाही से जीडीपी में 7 फीसदी की गिरावट आई है।
मंदी आने के प्रमुख कारण
विदेशी मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ऑस्ट्रेलियाई सांख्यिकी ब्यूरो की ओर से जारी आंकड़ों में जून तिमाही की जीडीपी इस साल की मार्च तिमाही से 0.3 फीसदी कम देखने को मिली है। इस गिरावट की वजह प्राइवेट सेक्टर को बताया गया है, जो कोरोना वायरस लॉकडाउन के कारण बंद थे या फिर प्रतिबंधित कर दिए गए थे। विदेशी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार एबीएस में नेशनल अकाउंट्स के प्रमुख माइकल स्मीड्स ने इस गिरावट के लिए वैश्विक महामारी और इससे जुड़ी रोकथाम नीतियों को जिम्मेदार बताया है।
1959 के बाद सबसे बड़ी तिमाही गिरावट
मीडिया रिपोर्ट में माइकल स्मीड्स की ओर से कहा गया है कि मंदी का मार्जिन देखने को मिला है वो काफी बड़ा है। यह 1959 के बाद से तिमाही जीडीपी में सबसे बड़ी गिरावट है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अतिरिक्त समर्थन भुगतानों के कारण, नकद राशि में दिया जाने वाला सामाजिक सहायता लाभ बढ़कर 41.6 फीसदी हो गया। परिवहन सेवाओं, वाहनों और होटलों, कैफे और रेस्तरां के संचालन में कमी से सेवाओं पर खर्च में 17.6 फीसदी की कटौती देखने को मिली है।
विक्योरिया और न्यू साउथ वेल्स में सबसे ज्यादा गिरावट
ऑस्ट्रेलियाई ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन की रिपोर्ट के मुताबिक कोरोना वायरस का असर देश के अलग-अलग देखने को मिला है। बीआईएस ऑक्सफोर्ड इकोनॉमिक्स की सारा हंटर की रिपोर्ट के अनुसार न्यू साउथ वेल्स और विक्टोरिया ने सबसे तेज गिरावट देखी, यहां राज्य की फाइनल डिमांड में क्रमश: 8.6 फीसदी और 8.5 फीसदी की गिरावट आई। तस्मानिया में भी अंतर्राष्ट्रीय पर्यटक न आने की वजह से नुकसान देखने को मिला है।
Published on:
02 Sept 2020 01:22 pm
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