
Artificial Intelligence
‘आर्टिफिशियल इंटेलिजेंसी तेजी से विकसित हो रही है, ऐसे में सीए का रोल भी बढ़ता जा रहा है। उदाहरण के तौर पर आज ज्यादातर वर्क मशीन से होना लगा है, ऐसे में एक सीए को ऑडिट के दौरान मशीन के इस प्रोसेस को भी समझना होगा कि वो कितनी एक्यूरेट है।’ यह बात मुम्बई से आए एक्सपर्ट सीए यतेन्द्र अग्रवाल ने कही। वे बुधवार को बिड़ला ऑडिटोरियम में भारतीय सीए संस्थान की जयपुर शाखा की ओर से आयोजित राष्ट्रीय स्तर की सीए स्टूडेंट कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने ‘इंटरनल ऑडिट: टेक्निक्स फॉर डिटेंशन ऑफ फ्रॉड्स एट अर्ली स्टेज सी’ सत्र में सीए प्रोफेशन को लेकर काफी जानकारी दी।
ऑडिट के बेनिफिट्स बताने जरूरी
उन्होंने कहा कि ऑडिट के दौरान क्लाइंट को ऑडिट के बेनिफिट्स बताने चाहिए। ऑडिट से पहले क्लाइंट का कॉन्फिडेंस जीतना बेहद जरूरी है। कॉन्फ्रेंस का आयोजन बोर्ड ऑफ स्टडीज के तत्वावधान में हुआ था, जिसकी थीम ‘पाथ फॉर सक्सेस-लर्न, एडप्ट एंड एक्सीलिरेट’ थी।
स्टूडेंट्स रहें अपडेट
कॉन्फ्रेंस के डायरेक्टर प्रकाश शर्मा ने स्टूडेंट्स को इंस्टीट्यूट के अपडेट्स बताए और उन्हें अपने क्षेत्र में नई टेक्नोलॉजी के साथ आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया। एडवोकेट संजय झंवर ने ‘एडवांटेज इंडिया’ विषय पर बात की। उन्होंने कहा कि सीए प्रोफेशन क्षेत्र में स्टूडेंट्स के लिए देश में काफी कुछ नया आया है। उसे लेकर अपडेट रहना चाहिए। दिल्ली से आए सीए अमरदीप चोपड़ा ने ‘कंपनी लॉ : रीसेंट डवलपमेंट इन कम्पनीज एक्ट’ सत्र में कम्पनी लॉ के बारे में बताया।
Published on:
05 Dec 2019 05:25 pm
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