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केशव प्रसाद मौर्य ने किया अब मथुरा की तैयारी… का ऐलान तो अखिलेश समेत विपक्ष ने किया पलटवार

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) मथुरा पर ट्वीट करते हुए सियासी खेमों में हलचल बढ़ा दी है। डिप्टी सीएम ने लिखा है कि अयोध्या और काशी में भव्य मंदिर निर्माण जारी है, अब मथुरा की तैयारी है। इस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इस बार भाजपा को किसी मंत्र या नारे से मदद नहीं मिलने वाली।

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मथुरा

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lokesh verma

Dec 02, 2021

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मथुरा. अयोध्या राम मंदिर के मुद्दे से सत्ता में काबिज होने वाली भाजपा अब मथुरा के मुद्दे को हवा देकर यूपी विधानसभा चुनाव में जीत की राह बना रही है। प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) मथुरा पर ट्वीट करते हुए सियासी खेमों में हलचल बढ़ा दी है। डिप्टी सीएम ने लिखा है कि अयोध्या और काशी में भव्य मंदिर निर्माण जारी है, अब मथुरा की तैयारी है। वहीं, विपक्षी दलों ने कहा है कि भाजपा को चुनाव से पहले ही भगवान क्यों याद आते हैं? इस पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इस बार भाजपा को किसी मंत्र या नारे से मदद नहीं मिलने वाली।

उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट के बाद अब कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा वेस्ट यूपी को भगवा रंग में रंगने के लिए मथुरा मुद्दे को उठा सकती है। क्योंकि पहले से ही विहिप समेत तमाम हिंदू संगठन श्रीकृष्ण जन्मस्थान के पास बनी शाही ईदगाह को हटाने की मांग कर रहे हैं। वहीं, केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट ने यूपी चुनाव से पहले बड़ा संदेश देने की कोशिश की है। जबकि कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य का कहना है कि अयोध्या, काशी और मथुरा कभी चुनावी मुद्दा नहीं थे। पीएम मोदी हमेशा विकास की बात करते हैं।

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विपक्ष ने साधा निशाना

केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट पर अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव में किसी भी मंत्र या नारे से भाजपा को मदद नहीं मिलने वाली है। वहीं, सपा प्रवक्ता आशुतोष वर्मा ने कहा कि चुनाव में हिंदुत्व भाजपा की लाचारी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही आदर्श आचार संहिता लग जाएगी। यही वजह है कि भाजपा इस तरह का दांव खेल रही है। इसी बीच बसपा महासचिव ने डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अब जनता इनका असली चेहरा पहचान चुकी है। अगर केशव प्रसाद मौर्य ये सोचते हैं कि वह ध्रुवीकरण करने में कामयाब हो जाएंगे तो यह उनकी सबसे बड़ी भूल होगी।

देवबंदी उलमा ने जताई कड़ी आपत्ति

केशव प्रसाद मौर्य के बयान इत्तेहाद उलमा-ए-हिंद ने भी कड़ी आपत्ति जताई है। संगठन के उपाध्यक्ष मौलाना मुफ्ती असद कासमी का कहना है कि यूपी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को जमीन खिसकती दिख रही है। इसलिए वह एक बार फिर मंदिर-मस्जिद के मुद्दे को तूल दे रही है। उपमुख्यमंत्री को इस प्रकार का बयान शोभा नहीं देता। वह अपने सबका साथ, सबका विकास के नारे पर काम करें। लेकिन, भाजपा अपने नारों पर ही अमल नहीं कर रही है।

घरों में जलाभिषेक की अपील

बता दें कि अखिल भारत हिन्दू महासभा ने 6 दिसंबर को शाही ईदगाह में भगवान श्रीकृष्ण का जलाभिषेक करने का ऐलान करते हुए सबसे पहले मामले को तूल दिया था। उसी के बाद से मथुरा को लेकर माहौल गर्म होना शुरू हो गया था। लेकिन, जब महासभा को इसकी अनुमति नहीं मिली तो जिलाध्यक्ष छाया गौतम ने वीडियो जारी करते हुए लोगों से घर में ही श्रीकृष्ण का जलाभिषेक करने की अपील की। श्रीकृष्ण जन्मस्थान के सदस्य गोपेश्वर चतुर्वेदी कहते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण का मंदिर तोड़कर ही शाही ईदगाह बनाई गई थी। कोर्ट में हम हर बार जीते हैं।

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