हिंगांग विधानसभा सीट एन. बिरेन सिंह का दबदबा
साल 2017 के चुनाव में मणिपुर के वर्तामान मुख्यमंत्री नोंगथोम्बम बिरेन सिंह हिंगांग सीट से विधायक चुने गए थे। एन. बिरेन सिंह इस सीट से वे लगातार 4 बार विधायक निर्वाचित हो चुके हैं। साल 2017 के चुनाव में उन्होने तृणमूल कांग्रेस के पी. शरदचंद्र सिंह को हराया था। साल 2012 के चुनाव के समय एन. बिरेन सिंह कांग्रेस पार्टी में थे। इस चुनाव में उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के एन. रतन कापू मीतेई को 2,.082 मतों से हराया था। एन. बिरेन सिंह को इस चुनाव में कुल 11,872 वोट मिले थे।
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निर्दलीय MLA से 3 बार CM तक ओकराम इबोबी (थौबल)
निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पहली बार वर्ष 1984 में विधानसभा चुनावों में जीतने के बाद ओकराम इबोबी सिंह विधानसभा पहुंचे। साल 1990 में वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ दोबारा विधानसभा पहुंचे। अपने इस कार्यकाल में उन्हें मणिपुर राज्य में उद्योग मंत्रालय के साथ-साथ नगर प्रशासन, आवास और शहरी विकास मंत्रालय प्रदान किया गया. 2002 में वह फिर एक बार कांग्रेस के टिकट से जीतने के बाद विधानसभा सदस्य बने जिसके बाद उन्हें मणिपुर का मुख्यमंत्री चुना गया।
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ओकराम हेनरी वांगखेई सीट
ओकराम हेनरी मणिपुर के बड़े राजनीतिक चेहरों में से एक हैं। वांगखेई सीट पर ओकराम हेनरी का काफी प्रभाव है। मणिपुर में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। ओकराम के सामने NPP से यमखम इरेबोट सिंह, INC से राजकुमार प्रियोबार्ता सिंह और JDU की तरफ से थांगजाम अरुणकुमार चुनावी मैदान में है।
गाइखंगम नुंगबा सीट
गाइखंगम मणिपुर के बड़े राजनीतिक चेहरों में से एक हैं। नुंगबा सीट पर गाइखंगम का काफी प्रभाव है। मणिपुर में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। स्नातक तक पढाई करने वाले गाइखंगम कांग्रेस पार्टी की तरफ से चुनाव लड़ रहे है।
कोंठौजम गोविंददास सिंह बिश्नुपुर सीट
कोंठौजम गोविंददास सिंह मणिपुर के बड़े राजनीतिक चेहरों में से एक हैं। बिश्नुपुर सीट पर कोंठौजम गोविंददास सिंह का काफी प्रभाव है। मणिपुर में विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। कभी बिष्णुपुर निर्वाचन क्षेत्र सहित मणिपुर की अधिकांश सीटों पर कांग्रेस का भारी प्रभुत्व था। लेकिन वे बीजेपी की ओर से चुनाव लड़ रहे है।