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UP Assembly Election 2022: 7 चरण के चुनाव में किस्मत आजमा रहे इन उम्मीदवारों ने विदेश में की है पढ़ाई, अब राजनीतिक विरासत संभालने उतरे मैदान में

यूपी विधानसभा चुनाव सात चरण में पूरा होगा। इस चुनाव में कई उम्मीदवार हैं जो अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं, इनमें कुछ उम्मीदवार ऐसे हैं जो सात समुंदर पार से पढ़ाई कर भारत देश वापस लौटे हैं और अब अपनी किस्मत आजमाने के लिए रण में उतरे हैं।

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यूपी विधानसभा चुनाव 2022

यूपी विधानसभा चुनाव 2022

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का आगाज हो चुका है। 10 फरवरी को पहले चरण की मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद सोमवार 14 फरवरी को दूसरे चरण की चुनावी प्रक्रिया शुरू हो गई है। यूपी विधानसभा चुनाव सात चरण में पूरा होगा। इस चुनाव में कई उम्मीदवार हैं जो अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं, इनमें कुछ उम्मीदवार ऐसे हैं जो सात समुंदर पार से पढ़ाई कर भारत देश वापस लौटे हैं और अब अपनी किस्मत आजमाने के लिए रण में उतरे हैं।

बदायूं से कुणाल यादव

बदायूं के सहसवान सीट से कुणाल यादव विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी हैं। वह अपने पिता द्वारा बनाई गई राष्ट्रीय परिवर्तन दल के टिकट पर मैदान में हैं। कुणाल ने लंदन यूनिवर्सिटी से बीबीए की डिग्री हासिल की है। कुणाल यादव पश्चिमी यूपी के बाहुबली और चर्चित नेता डीपी यादव के बेटे हैं। लंदन से पढ़ने के बाद जब वह भारत लौटे, तो अपने पिता के उद्योग धंधे को संभालना शुरू कर दिया। अब 2022 के विधानसभा चुनाव में वह अपने पिता द्वारा बनाई गई पार्टी से चुनाव लड़कर लोगों के बीच आए हैं।

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रायबरेली से मनीष सिंह

रायबरेली सदर सीट से कांग्रेस ने डॉ. मनीष सिंह को उतारा है। रायबरेली में चौथे चरण में मतदान होगा। इस सीट से चुनावी मैदान में उतरे डॉ. मनीष सिंह ने स्कॉटलैंड से मास्टर ऑफ मेडिसिन की पढ़ाई की है। विदेशों में चिकित्सीय सेवा देने के साथ ही उन्होंने भारत देश में नामी-गिरामी अस्पतालों में भी अपनी सेवाएं दी हैं। इस बार 2022 के विधानसभा चुनाव में वह अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। उनका दावा है कि रायबरेली में कांग्रेस वापसी करेगी। बता दें कि साल 2004 में मनीष सिंह ने रायबरेली में सिमहैन्स हॉस्पिटल की नींव रखी थी। इसका उद्घाटन सोनिया गांधी ने किया था। मनीष सिंह एक नामी परिवार से आते हैं। उनके दादा सेना में मेजर के पद पर तैनात थे। मनीष के चाचा आरपी सिंह जिला परिषद अध्यक्ष के पद पर तैनात रह चुके हैं।

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अंबेडकरनगर से प्रतीक पांडे

अंबेडकरनगर के कटेहरी विधानसभा से प्रतीक पांडे बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न यूनिवर्सिटी से एलएलएम की डिग्री ली है। प्रतीक पूर्व विधायक पवन पांडे के बेटे हैं। वह पिता की राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं। प्रतीक ने स्कूली पढ़ाई लखनऊ से की है। इसके बाद बीबीए और एलएलबी की शिक्षा पुणे से ली। आगे की पढ़ाई के लिए वह विदेश चले गए।

मेरठ से मनीषा अहलावत

मेरठ के कैंट विधानसभा सीट से आरएलडी-समाजवादी पार्टी गठबंधन के प्रत्याशी के रूप में मनीषा अहलावत चुनावी मैदान में हैं। हालांकि, मेरठ में पहले चरण में चुनाव हो चुका है। मनीषा ने बायोलॉजी में मेरठ स्थित सीसीएस यूनिवर्सिटी से बीएससी किया है। इसके बाद उच्च शिक्षा के लिए वह यूएस चली गईं। जहां से उन्होंने एमबीए किया। उन्होंने अटलांटा के जॉर्जिया यूनिवर्सिटी से डिग्री हासिल की है। इसके बाद वह भारत लौट आईं। मनीषा मेरठ के सरधना के पूर्व विधायक चंद्रवीर सिंह की बेटी हैं।