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भाजपा की दर्जनभर सीटें पुत्र मोह-पत्नी मोह में फंसीं, पार्टी के बड़े नेताओं को सूझ नहीं रह कोई रास्ता

भाजपा के कई बड़े नेताओं ने अपने परिवार के सदस्यों के लिए टिकट मांग लिया है,इससे पार्टी के बड़े नेता असमंजस में हैं। कोई अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहा है तो कोई पत्नी के लिए। भारतीय जनता पार्टी से अलग होकर समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य की नाराजगी का कारण भी उनके बेटे को टिकट न मिलना था।

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भाजपा की दर्जनभर सीटें पुत्र मोह-पत्नी मोह में फंसीं, पार्टी के बड़े नेताओं को सूझ नहीं रह कोई रास्ता

भाजपा की दर्जनभर सीटें पुत्र मोह-पत्नी मोह में फंसीं, पार्टी के बड़े नेताओं को सूझ नहीं रह कोई रास्ता

भारतीय जनता पार्टी के लिए परिवारवाद मुसीबत बन गया है। भाजपा के कई बड़े नेताओं ने अपने परिवार के सदस्यों के लिए टिकट मांग लिया है,इससे पार्टी के बड़े नेता असमंजस में हैं। कोई अपने बेटे के लिए टिकट मांग रहा है तो कोई पत्नी के लिए। भारतीय जनता पार्टी से अलग होकर समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य की नाराजगी का कारण भी उनके बेटे को टिकट न मिलना था। ऐसे में अब पार्टी किसी और का टिकट काटकर उस नेता को नाराज नहीं करना चाहती। इसलिए दर्जनभर से ज्यादा सीटें पुत्रमोह और पत्नी मोह में फंस गयी हैं।

दो राज्यपालों का पुत्र मोह

उत्तर प्रदेश भाजपा में तमाम ऐसे बड़े नेता हैं जो अपने परिवार के सदस्य के लिए टिकट मांग रहे हैं। ऐसे नेताओं में सबसे पहला नाम है कलराज मिश्रा का। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा अपने बेटे अमित मिश्रा के लिए देवरिया विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे हैं। कलराज मिश्रा को ब्राह्मण चेहरे के तौर पर जाना जाता है और यह भाजपा के बड़े नेता हैं। ऐसे में भाजपा के सामने इनके बेटे के टिकट को लेकर फैसला लेना चुनौती बना हुआ है। जबकि बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के बेटे रामविलास चौहान मऊ की मधुबनी सीट से टिकट मांग रहे हैं। मधुबनी विधानसभा सीट से विधायक रहे दारा सिंह चौहान द्वारा इस्तीफा देने के बाद अब रामविलास चौहान का रास्ता लगभग साफ हो गया है।

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राजनाथ के एक बेटे का टिकट फाइनल

केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के एक बेटे पंकज सिंह के लिए गौतमबुद्ध नगर से टिकट फाइनल कर दिया है। जबकि, राजनाथ सिंह के छोटे बेटे नीरज सिंह लखनऊ कैंट या लखनऊ की उत्तरी विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे हैं। नीरज सिंह की दावेदारी से वर्तमान विधायक असमंजस में हैं।

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केंद्रीय मंत्री के दो बेटों को चाहिए टिकट

केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर अपने बेटे प्रभात किशोर के लिए सीतापुर सिधौली विधानसभा सीट से टिकट का प्रयास कर रहे हैं जबकि एक और बेटे को वह अपनी पत्नी की जगह मोहनलालगंज से मैदान में उतारना चाहते हैं। वहीं केंद्रीय राज्य मंत्री एसपीएस बघेल अपनी पत्नी के लिए टूंडला विधानसभा सीट से टिकट की दावेदारी ठोक रहे हैं। इस सीट के लिए भाजपा ने अभी प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। सूर्य प्रताप शाही अपने बेटे के लिए खुद की सीट छोड़कर पत्थर देवी से बेटे के लिए टिकट मांग रहे हैं। इसी तरह कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुई रीता बहुगुणा जोशी अपने बेटे मयंक जोशी के लिए लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से टिकट मांग रहे हैं।