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# UP ELECTION 2017 पटियाली विधानसभा क्षेत्र में बसपा की हैट्रिक को सपा ने रोका 

इस बार अमीर खुसरो की धरती पर किसका परचम लहराएगा?

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Sudhanshu Trivedi

Aug 16, 2016

Up Election 2017

Up Election 2017

एटा.
पटियाली, एटा जनपद का महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्र है। इस विधानसभा क्षेत्र में पहला चुनाव 1969 में हुआ था। इसके बाद परिसीमन आदेश पारित हुआ। पटियाली, एटा और कासंगज जिले के बार्डर का क्षेत्र बन गया है। यह बहुत ही शांत क्षेत्र है। यह अमीर खुसरो का जन्मस्थान है। अभी पटियाली विधानसभा से नजीवा खान जीनत विधानसभा सदस्य हैं। पिछले चुनावों में यहां बसपा ने लगातार दो चुनावों में जीत के सिलसिले को कायम कर रखा था, जिसे सपा ने तोड़ा।


गंगा नदी का है किनारा

पटियाली पर गंगा नदी का किनारा है। उत्तर प्रदेश के सबसे लंबे पुल गंगा (कादरगंज) का निर्माण किया गया है। इस नए पुल ने एटा-गंजडुंडवारा—कादरगंज-शाहजहांपुर के बीच से आगरा और बरेली के बीच सबसे छोटा रास्ता खोला है। बताते हैं कि करीब सौ साल पहले गंगा नदी पूरी तरह से पटियाली किला से होकर प्रवाहित होती थी। पटियाली विशिष्ट जीवन शैली, व्यवहार, सोच, परंपराओं, इतिहास और विचारधारा का एक केंद्र है।


सांप्रदायिक सौहाद्र की है मिसाल

पटियाली विधानसभा में विभिन्न धर्मों के लोग एक साथ रहते हैं। सामाजिक, सांस्कृतिक, आर्थिक और धार्मिक जीवन शैली के लिए उन्होंने एक दूसरे को प्रभावित किया है। हिंदू और मुसलमानों को संयुक्त रूप से होली, ईद और दीवाली के त्योहार मनाते देखा जाता हैं। मुख्य रूप से पटियाली राजा द्रुपद की राजधानी के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा यह विश्व प्रसिद्ध शायर अमीर ख़ुसरो के लिए (तबला की खोज) के लिए जाना जाता है।


खादी के काम के लिए मशहूर

गंजडुंडवारा की खादी का काम देश भर में प्रसिद्ध है। पटियाली के दरियागंज झील को पर्यटक स्थल में शामिल किया गया है। ये 50 हेक्टेयर के एक क्षेत्र में एक सुंदर झील है। आम तौर पर पटियाली में भी तीन मौसम है। यहां जुलाई से सितंबर तक बारिश, फरवरी से मार्च, जून तक गर्मी और अक्टूबर से सर्दियों का मौसम देखने को मिलता है।


ककोडे मेले का है विशेष महत्व

गंगा लोगों की आस्था का केंद्र है। पटियाली के निकट ही ककोडा मेले का आयोजन होता है। इस मौके पर गंगा स्नान करने वालों की भारी भीड़ उमड़ती है। इस मेले में बच्चों के मुंडन किए जाते हैं। यहां की पुरानी परम्परा आज भी जिंदा है। लोग बैलगाड़ी आदि से रात्रि को ही यहां धर्मशालाओं में रुकने के लिए पहुंच जाते हैं। रात का भोजन गंगाजल से पकाया जाता है और तड़के स्नान किया जाता है। पटियाली शांतिपूर्ण शहर है।


73 प्रतिशत है साक्षरता दर

साल 2012 के विधानसभा चुनाव के आंकड़ों में पटियाली में कुल 3,06382 की आबादी थी। पुरुषों और महिलाओं की जनसंख्या 47 प्रतिशत व 53 प्रतिशत था। पटियाली में 73 प्रतिशत की औसत साक्षरता दर है, जो 59.5 प्रतिशत के राष्ट्रीय औसत की तुलना में अधिक है। यहां पुरुष साक्षरता 83 प्रतिशत है और महिला साक्षरता 67 प्रतिशत है।


बसपा नहीं बना सकी थी जीत की हैट्रिक

समाजवादी पार्टी से नजीवा खान जीनत को ​2012 के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया गया था। उन्होंने इस सीट से बसपा के सूरज सिंह शाक्य को हराया था। लोकदल के उम्मीदवार श्याम सुंदर गुप्ता तीसरे स्थान पर रहे थे। सपा प्रत्याशी को 62,493 वोट प्राप्त हुए थे। बसपा के सूरज सिंह शाक्य को 34,718 वोट मिले थे। वहीं लोकदल के श्यामसुंदर गुप्ता को 28,181 मत प्राप्त ​हुए थे। बसपा यहां से लगातार जीत की हैट्रिक बनाने से चूक गई।


अब तक चुने गए विधायक

1969 तिरमल सिंह, भारतीय क्रांति दल

1974 मलिक मोहम्मद खान, इंडियन नेशनल कांग्रेस

1977 जसवीर सिंह, जनता पार्टी

1980 मलिक मोहम्मद जमीर खान, इंडियन नेशनल कांग्रेस

1985 राजेन्द्र सिंह,इंडियन नेशनल कांग्रेस

1989 देवेंद्र सिंह, इंडियन नेशनल कांग्रेस

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1991 राजेंद्र सिंह, भारतीय जनता पार्टी

1993 सज्जन पाल सिंह,भारतीय जनता पार्टी

1996 कुंवर देवेंद्र सिंह यादव, समाजवादी पार्टी

2002 राजेंद्र सिंह चौहान, बहुजन समाज पार्टी

2007 अजय यादव, बहुजन समाज पार्टी

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2012 नजीवा खान जीनत, समाजवादी पार्टी

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