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RPSC: ऐसे करें English भाषा के एग्जाम की तैयारी, आएंगे फुल मार्क्स

locationजयपुरPublished: Aug 23, 2019 05:24:45 pm

RPSC: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित RJS मुख्य परीक्षा में अंग्रेजी (Learn English) का प्रश्न-पत्र 50 अंकों का होता है और उसमें तीन विभिन्न विषयों पर निबंध लिखने होते हैं।

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RPSC: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित RJS मुख्य परीक्षा में अंग्रेजी (Learn English) का प्रश्न-पत्र 50 अंकों का होता है और उसमें तीन विभिन्न विषयों पर निबंध लिखने होते हैं। इस पेपर की तैयारी के लिए यहां कुछ टिप्स दिए जा रहे हैं। इन्हें आजमा कर आप आसानी से इस पेपर को पास कर सकते हैं।

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पहले प्रश्न में 500 शब्दों में, दूसरे और तीसरे प्रश्न में प्राय: 400 शब्दों में निबंध लिखने होते हैं। प्रत्येक प्रश्न में 2 अथवा 3 विकल्पों में से किसी एक पर निबंध लिखना होता है। पिछले कुछ वर्षों के प्रश्न-पत्रों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि पहले और दूसरे प्रश्न पत्र में न्यायपालिका तथा संविधान से जुड़े विषयों पर निबंध के विषय दिए जाते हैं। तृतीय प्रश्न पत्र में राजस्थान अथवा अन्य विविध विषय पर निबंध लिखने के लिए प्राय: कहा जाता है। यह तीनों प्रश्न भाषा पर विद्यार्थी की पकड़ और इसके विविध प्रयोग की दक्षता का आंकलन करते हैं।

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ध्यान देने योग्य कुछ विशेष बातें –
विषय-वस्तु की पृष्ठभूमि का उल्लेख
किसी भी विषय पर निबंध की शुरुआत उस विषय की संक्षिप्त पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए की जानी चाहिए। यदि सामाजिक न्याय विषय पर निबंध लिखना हो तो सर्वप्रथम सामाजिक न्याय की पृष्ठभूमि का उल्लेख करते हुए विषय-वस्तु को आगे बढ़ाया जाना चाहिए।

संवैधानिक और न्यायिक पक्षों का संदर्भ
आरजेएस के विद्यार्थी से संबंधित विषय के विधिक और न्यायिक पहलू के उल्लेख की अपेक्षा की जाती है। इसलिए विषय से सम्बन्धित न्यायिक फैसलों तथा सम्बन्धित कानून की धाराओं का भी यथासंभव/यथासंदर्भ उल्लेख करें।

कोटेशन/ विद्वानों के अभिमत
निबंध में सम्बन्धित विषय को उचित रूप से परिभाषित करें तथा न्यायविदों/विद्वानों के अभिमत को भी कोटेशन के रूप में उल्लेखित करें। यथासंभव न्यायिक निर्णयों का भी हवाला दें।

शब्द-सीमा
विषय-वस्तु का विस्तार करते समय शब्द सीमा का ध्यान रखें। यथासंभव अंग्रेजी के वन-वर्ड का उपयोग करें ताकि कम शब्दों में अधिक बात कही जा सके।

भाषा अनुशासन
निबंध में भाषा अनुशासन का पूरा ख्याल रखें। व्याकरण तथा वर्तनी सम्बन्धी अशुद्धियां नहीं होनी चाहिए क्योंकि ऐसी अशुद्धियां मजबूत विषय सामग्री को भी कमजोर कर सकती है। वाक्यों के बीच समायोजन होना चाहिए।

समापन
विषय-वस्तु के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं की चर्चा करते हुए तथा मध्यम मार्ग अपनाते हुए उसका समापन करें। निबंध में किसी भी प्रकार की समाज, राष्ट्र और जाति विरोधी टिप्पणी न करें।

विषय-वस्तु का अध्ययन यहां से करें
एनसीईआरटी की पुस्तकें
इसके लिए एनसीईआरटी की पुस्तकें, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की पुस्तकें तथा यूजीसी की https://shodhganga.inflibnet.ac.in/simple-search वेबसाइट काफी मदद कर सकती है। इस वेबसाइट पर विभिन्न विषयों की विषयसामग्री उपलब्ध होती है।

लेख मालाएं/ कार्यशालाएं
विभिन्न लेख मालाओं की भी मदद ली जा सकती है जो विधिक विषयों से जुड़ी वेबसाइट्स पर उपलब्ध होती है। विधि विश्वविद्यालयों की वेबसाइट पर भी वहां आयोजित सेमिनार/ कार्यशालाओं में दिए गए व्याख्यान की श्रृंखला उपलब्ध होती है।

राजस्थान से जुड़ी विषयवस्तु
आरजेएस परीक्षा के तीसरे प्रश्न में प्राय: राजस्थान से जुड़े विषय पर निबंध पूछे जाते हैं। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान, अजमेर की वेबसाइट पर ऑनलाइन पुस्तकें उपलब्ध हैं। इसमें से ‘राजस्थान अध्ययन’ विषय की पाठ्यपुस्तक में प्रकाशित सामग्री काफी उपयोगी है और अधिकृत भी हैं।

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