
फर्रुखाबाद. रेप के आरोपी बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित पर बलात्कार जैसे दर्जनों संगीन मामले दर्ज हैं। पुलिस बाबा के आश्रमों पर ताबड़तोड़ छापेमारी कर रही है, जहां से ढेर सारे कंडोम, अश्लील खतों से भरा सूटकेस और नशीली दवायें मिली हैं, जो बाबा की अय्याशी का पोल खोल रही हैं। दुष्कर्मी बाबा का मेन ऑफिस दिल्ली के रोहिणी में है, लेकिन उसकी जड़ें यूपी के फर्रूखाबाद से जुड़ी हैं।
पत्रिका उत्तर प्रदेश की टीम जब बाबा के गांव पहुंची तो लोगों ने बताया कि वीरेंद्र देव दीक्षित बचपन में काफी धार्मिक था। वह अपने माता-पिता की तरह घंटों पूजा-पाठ किया करता था। लेकिन जवानी में उसकी बढ़ती इच्छाओं ने उसे बलात्कारी बाबा बना दिया।
अब गांव में कोई नहीं रहता
फर्रुखाबाद के अहमदगंज में अब बाबा के परिवार का कोई भी नहीं रहता है। एक ताऊ कन्हैयालाल थे, उनकी भी मृत्यु हो चुकी है। बहन का विवाह हो चुका है, जो वह शमशाबाद में रहती है।
बाबा के जन्मस्थान की मिट्टी लेने आती थी सेविकाएं
ग्रामीणों ने बताया कि वीरेंद्र देव की प्राथमिक शिक्षा उनकी मां के द्वारा दी गई थी, क्योंकि उस समय गांव में कोई स्कूल नहीं था। बाबा पीपल के पेड़ के नीचे बैठ कर शिक्षा लिया करता था, जहां अब जानवर बांधे जा रहे हैं। बचपन में बाबा जिस झोपड़ी में रहता था, उसे 50 साल पहले ही गांव वालों को बेच दिया गया था। खेती भी बेचकर वीरेंद्र देव गांव से बाहर चला गया, फिर कभी लौटकर वापस नहीं आया। लेकिन कई बार बाबा की सेविकाएं बाबा की जन्मभूमि की मिट्टी लेने आती थीं, जो बाबा को अपना भगवान बताती थीं।
देखें- अय्याश बाबा के जन्मस्थान का एक्सक्लूसिव वीडियो
Updated on:
25 Dec 2017 12:34 pm
Published on:
25 Dec 2017 12:23 pm
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