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फर्रुखाबाद: अपराधी अनुपम दुबे के ऊपर 63 मुकदमें, ट्रेन में इंस्पेक्टर की कर चुका है हत्या

फर्रुखाबाद में प्रदेश के टॉप 10 में शामिल कुख्यात अपराधी का आपराधिक इतिहास देख लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। 1987 में पहला मुकदमा दर्ज हुआ था। जिनकी संख्या बढ़कर 63 हो गई। जिला प्रशासन अब तक 91 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर चुकी है।

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जेल में बंद अनुपम दुबे पर 63 मुकदमे दर्ज

आलीशान गुरु शरणम होटल जिसे गिराया गया

उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में राज्य स्तरीय टॉप 10 माफिया अनुपम दुबे के ऊपर 63 मुकदमे पंजीकृत है। एक पुलिस इंस्पेक्टर की भी हत्या कर चुका है। जिस होटल को गिराया गया है। वह तालाब और कब्रिस्तान की भूमि पर बनाया गया था। इस संबंध में जिलाधिकारी ने बताया कि होटल को कब्रिस्तान और तालाब की भूमि पर बनाया गया था। गिराने की कार्रवाई 12 से 15 घंटे तक यह कार्रवाई चली है। एसपी ने बताया कि कुख्यात अपराधी की अब तक 91 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर ली गई है।

राज्य स्तरीय कुख्यात माफिया अनुपम दुबे पुत्र स्वर्गीय महेश चंद्र दुबे मोहल्ला कसरट्टा कोतवाली फतेहगढ़ का रहने वाला है। जो इस समय आगरा की जेल में बंद है। जिसके खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। 4 करोड़ 36 लाख 84 हजार 797 रुपए कीमत का आलीशान होटल को पुलिस ने प्रशासन ने गिरा दिया है। जिलाधिकारी ने बताया कि होटल नक्शे से अलग हटकर बनाया गया था। जमीन भी कब्रिस्तान की थी।

91 करोड़ की संपत्ति जब्त

पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि दुर्दांत अपराधी की 91 करोड़ की संपत्ति अब तक कुर्क हो चुकी है। अवैध होटल को भी ध्वस्त किया गया है। जो 1987 से अपराध की दुनिया में है। अपराध से ही इसने संपत्ति अर्जित की है। अनुपम दुबे के खिलाफ पहला मुकदमा 1987 में दर्ज हुआ था।

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1 Day Ago

पुलिस इंस्पेक्टर की भी हत्या

पुलिस अधीक्षक के अनुसार अनुपम दुबे माफिया हिस्ट्रीशीटर है। इसके खिलाफ 1987 में घर में घुसकर गाली गलौज मन करने का मामला दर्ज हुआ था। पड़ोसी जिलों में भी भय और आतंक कायम है। गैंग नंबर डी-47 में गैंग लीडर अनुपम दुबे का नाम पंजीकृत है। कुख्यात अपराधी अनुपम दुबे ने पुलिस इंस्पेक्टर रामनिवास यादव की 14 में 1996 को कानपुर के अनवरगंज के निकट यात्री गाड़ी में गोली मारकर हत्या कर दी थी। मामला अदालत में विचाराधीन है।