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आज की रात जन्म होते ही करें श्रीकृष्ण भगवान की यह आरती, हो जाएगी हर मनोकामना पूरी

shri krishna janam aarti : भगवान श्रीकृष्ण करेंगे हर कामना पूरी

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भोपाल

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Shyam Kishor

Aug 24, 2019

Krishna Janmashtami Aarti

आज की रात जन्म होते ही करें श्रीकृष्ण भगवान की यह आरती, हो जाएगी हर मनोकामना पूरी

आज जन्माष्टमी की रात ठीक 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। विधिवत पूजा अर्चना करने के बाद एक, तीन या पांच बांती वाले दीपक से भगवान श्रीकृष्ण की ये जन्म आरती जरूर करें। भगवान श्रीकृष्ण प्रसन्न होकर आपकी सभी मनोकामना पूरी कर देंगे।

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आरती - 1

।। आरती कुंजबिहारी की।।

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की
गले में बैजंती माला, बजावै मुरली मधुर बाला।
श्रवण में कुण्डल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला।
गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली।
लतन में ठाढ़े बनमाली।
भ्रमर सी अलक, कस्तूरी तिलक, चंद्र सी झलक।
ललित छवि श्यामा प्यारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की॥

कनकमय मोर मुकुट बिलसै, देवता दरसन को तरसैं।
गगन सों सुमन रासि बरसै।
बजे मुरचंग, मधुर मिरदंग, ग्वालिन संग।
अतुल रति गोप कुमारी की। श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की॥


जहां ते प्रकट भई गंगा, कलुष कलि हारिणि श्रीगंगा।
स्मरन ते होत मोह भंगा।
बसी सिव सीस, जटा के बीच, हरै अघ कीच।
चरन छवि श्रीबनवारी की। श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की॥

चमकती उज्ज्वल तट रेनू, बज रही वृंदावन बेनू।
चहुं दिसि गोपि ग्वाल धेनू।
हंसत मृदु मंद,चांदनी चंद, कटत भव फंद।
टेर सुन दीन भिखारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की॥

आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥
आरती कुंजबिहारी की, श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की॥

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आरती - 2
।। बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं ।।

श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं, हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं।
आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं, श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं।
बाल कृष्ण तेरी आरती गाऊं॥ हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं।

मोर मुकुट प्यारे शीश पे सोहे। प्यारी बंसी मेरो मन मोहे।
देख छवि बलिहारी मैं जाऊं। श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥

चरणों से निकली गंगा प्यारी, जिसने सारी दुनिया तारी।
मैं उन चरणों के दर्शन पाऊं। श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥

दास अनाथ के नाथ आप हो। दुःख सुख जीवन प्यारे साथ आप हो।
हरी चरणों में शीश झुकाऊं। श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥

श्री हरीदास के प्यारे तुम हो। मेरे मोहन जीवन धन हो।
देख युगल छवि बलि बलि जाऊं। श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं॥

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