2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister narendra modi) के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार (BJP Government) ने इसका नाम बदलकर मातृ सहज योजना किया और बाद में 1 जनवरी 2017 में इसे प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matritva Vandana Yojana 2020) (पीएमएमवीवाई) के नाम से पूरे देश में लागू कर दिया गया।
हर साल 56,000 गर्भवती महिलाओं की होती है मौत मालूम हो कि भारत में हर साल गर्भावस्था के दौरान होने वाली दिक्कतों और बीमारियों की वजह से 56,000 से अधिक महिलाओं की मौत हो जाती है। इशमें सुधार की स्थित् लाने के लिए सरकार ने इस योजना की शुरुआत की। ताकि एेसी हालत में महिलाओं को मदद मिल सके। इस योजना के अंतर्गत गर्भवती महिला की डिलीवरी होने पर सीधे उनके बैंक अकाउंट में 6000 रुपये दिए जाते हैं।
जानिए, क्या है योजना का उद्देश्य यह योजना देश के विभिन्न राज्यों में भी लागू है। इस योजना में मदद की यह रकम जच्चा-बच्चा को पर्याप्त पोषण उपलब्ध कराने के हिसाब से दी जाती है। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करना होता है ताकि वह खुद के साथ-साथ अपने नवजात की भी देखभाल कर सकें। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली माताओं को बेहतर स्वास्थ्य और पोषण के लिए नकद प्रोत्साहन प्रदान करना ही इसका मुख्य उद्देश्य है।
एक करोड़ से अधिक महिलाएं उठा रही हैं लाभ जानकारी के मुताबिक जननी सुरक्षा योजना से सालाना एक करोड़ से अधिक महिलाओं को मदद मिल रही है। सरकार JSY पर सालाना 1600 करोड़ रुपये खर्च कर रही है।
कितना मिलेगा लाभ जननी सुरक्षा योजना (JSY) के तहत सरकारी अस्पतालों में डिलीवरी को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार हर गर्भवती महिला को छह हजार रुपये की आर्थिक सहायता देती है। जननी सुरक्षा योजना के तहत ग्रामीण इलाके की गर्भवती महिलाओं को 1,400 रुपये और शहरी क्षेत्र की महिलाओं एक हजार रुपये दिए जाते हैं, जबकि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत उन्हें पांच हजार रुपये और मिलते हैं। प्रसव के बाद पांच साल तक जच्चा-बच्चा के टीकाकरण को लेकर भी उन्हें संदेश मिलते रहते हैं
इन तीन किस्तों में मिलती है मदद राशि * पहली किस्त- यह किस्त ₹1000 की होती है जो कि गर्भावस्था के दौरान पंजीकरण के समय प्रदान की जाती है। * दूसरी किस्त- इस किस्त को गर्भावस्था के 6 महीने बाद और प्रसव के पहले दिया जाता है। दूसरी किस्त में लाभार्थी को ₹2000 मिलते हैं।
* तीसरी किस्त- तीसरी किस्त बच्चे के जन्म और उसके पंजीकरण तथा तमाम टीकाकरण के प्रथम चक्र पूरा होने पर मिलती है। इसके तहत लाभार्थी को ₹2000 दिए जाते हैं। * वहीं ₹1000 का अतिरिक्त लाभ जननी सुरक्षा योजना के तहत महिला को प्रसव के ही दौरान दे दिया जाता है।
जानिए, कैसे करें आवेदन – Pradhan Mantri Matritva Vandana Yojana का लाभ उठाने के आप ऑफलाइन आवेदन कर सकते है इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन नहीं किया जा सकता है।
– गर्भवती महिलाओ को इस योजना में आवेदन के लिए तीन फॉर्म (पहला फॉर्म ,दूसरा फॉर्म ,तीसरा फॉर्म) भरने होंगे।
– सर्वप्रथम गर्भवती महिलाए आंगनवाड़ी तथा निकट स्वास्थ्य केंद्र में जाकर पंजीकरण के लिए पहला फॉर्म लेकर और उसमे पूछी गयी सभी जानकारी भरकर जमा कर दीजिये।
– इसके बाद आपको आंगनवाड़ी तथा निकट स्वास्थ्य केंद्र में जाकर नियमित समय समय पर दूसरा फॉर्म ,तीसरा फॉर्म भरकर वही जमा कर दीजिये।
-तीनो फॉर्म भरने के बाद आंगनवाड़ी तथा निकट स्वास्थ्य केंद्र वाले आपको एक स्लिप देंगे। गर्भवती सहायता योजना 2020 का आवेदन फॉर्म आप महिला तथा बाल विकास मंत्रालय की ओफिसिअल वेबसाइट http://wcd.nic.in/से डाउनलोड कर सकते है।
ये जरूरी डॉक्यूमेंट की पड़ेगी जरूरी – आधार कार्ड की फोटोकॉपी
– बैंक या पोस्ट ऑफिस खाता की पासबुक
– आधार न होने पर पहचान संबंधी अन्य विकल्प
– पीचएसी या सरकारी अस्पताल से जारी स्वास्थ्य कार्ड
– सरकारी विभाग/कंपनी/संस्थान से जारी कर्मचारी पहचान पत्र