27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कनिष्क ज्‍वेलर्स ने ऐसे किया 800 करोड़ से अधिक का घोटाला

कनिष्क ज्वेलर्स ने बैंक में फर्जी दस्तावेज दिखाकर एसबीआई से लोन लिया था, जबकि नीरव मोदी ने एलओयू का गलत इस्ते‍माल किया था।

2 min read
Google source verification
Kanishka

Kanishka Jewelers

नई दिल्‍ली। पीएनबी महाघोटाले के बाद एक और बैंक घोटाला सामने आ गया है। इस बार यह घोटाना एसबीआई बैंक में हुआ हैत्र करीब 825 करोड़ रुपए के इस घोटाले में गोल्‍ड ज्‍वेलरी के कारोबारी का नाम सामने आया है। इस कारोबारी का नाम कनिष्‍क गोल्‍ड प्राइवेट लिमिटेड के एमडी और चेयरमैन भुपेश जैन और उनकी पत्‍नी नीता जैन हैं। लेकिन यह मामला पीएनबी महाघोटाले से थोड़ा अलग है। भुपेश जैन ने इस घोटाले को थोड़ा अगल से तरीके से अंजाम दिया है। आखिर भुपेश जैन का घोटाला नीरव मोदी से किस तरह से अलग है? आप भी जानिये...

पीएनबी से अलग है एसबीआई का घोटाला
पीएनबी में करीब 13,800 करोड़ रुपए के महाघोटाले से एसबीआई का करीब 825 करोड़ रुपए का घोटाला डिफ्रेंट है। कनि‍ष्‍क गोल्‍ड के चेयरमैन ने देश की सबसे बड़ी बैंक संस्‍था एसबीआई को फाइनेंशियल स्‍टेटस से जुड़े गलत दस्‍तावेज देकर लोन पास कराया था। पीएनबी महाघोटाले में नीरव मोदी ने बैंक से एलओयू लेकर उसका गलत तरीके से इस्‍तेमाल किया था। इसलिए पीएनबी और एसबीआई में हुए दोनों घोटाले थोड़े अलग हैं।

11 साल पहले लिया था कंपनी ने लोन
स्‍टेट बैंक की ओर से जारी की गई जानकारी के मुताबिक कनिष्‍क गोल्‍ड प्राइवेट लिमिटेड ने बैक से लोन लेने की शुरूआत 2007 से की थी। उसके बाद आने वाले वर्षों में कंपनी ने अपनी लोन लेने की क्रेडिट लिमिट और अधिक कराई थी। जानकारी के अनुसार कंपनी के डायरेक्‍टर ने पहले मार्च 2017 में 8 बैंकों से डिफॉल्‍ट किया और उसके एक महीने के बाद सभी 14 बैंकों को लोन का भुगतान करना बंद कर दिया।

एक साल से नहीं हुई मुलाकात
ताज्‍जुब की बात तो ये है कि अप्रैल 2017 से ही बैंकों की कंपनी के मालिकों से कोई मुलाकात नहीं हुई है। अब देखने वाली बात यह है कि आखिर भुपेश जैन पर किस तरह की कार्रवाई होती है। वहीं सीबीआई और ईडी के अलावा अन्‍य जांच एजेंसियों की इस मामले में क्‍या भूमिका रहेगी।