Published: Jun 06, 2018 10:43:42 am
Saurabh Sharma
फिनटेक स्टार्टअप ई-पेलेटर, सिंपल एंड लेजीपे के साथ फ्लिपकार्ट और ओला जैसी कंपनियां अपने ग्राहकों को आसान फाइनेंसिंग के ऑप्शंस दे रही हैं।
यह कंपनी उपलब्ध करा रही है इंट्रेस्ट फ्री लोन, जरुरत का खरीदिए सामान
नर्इ दिल्ली। अक्सर देखने में आता है कि सैलरी में थोड़ी देरी होने पर समस्याआें का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी जरुरत का सामान खरीदने तक के रुपए नहीं होते हैं। हाॅल में कोर्इ मूवी लगी है लेकिन टिकट के लिए रुपये नहीं होते हैं। महीने के आखिरी में कहीं जाना है, लेकिन ट्रेन आैर एयरफेयर के लिए वाॅलेट आैर अकाउंट दोनों खाली पड़े हैं। अब घबराने की जरुरत नहीं है। क्योंकि इसका समाधान निकल गया है। क्योंकि मार्केट में एक एेसी कंपनी भी हैं जो आपको जरुरत के समय पर इंट्रस्ट फ्री लोन अवेलेबल कराएगी। पहले आप अपना काम पूरा कीजिए। उसके बाद रुपए दीजिए। वो भी 14 दिन के बाद। आइए आपको भी बताते हैं इस कंपनी के बारे में आैर इस कंपनी से आप किस तरह से फायदा उठा सकते हैं?
बाय-नाउ-पे-लेटर का आॅप्शन दे रही है यह कंपनी
फिनटेक स्टार्टअप ई-पेलेटर, सिंपल एंड लेजीपे के साथ फ्लिपकार्ट और ओला जैसी कंपनियां अपने ग्राहकों को आसान फाइनेंसिंग के ऑप्शंस दे रही हैं। ई-पेलेटर के फाउंडर ए भट्टाचार्य की मानें तो बाय-नाउ-पे-लेटर एक तरह का कर्ज है, जिससे आप रेलवे और मूवी टिकट की बुकिंग कर सकते हैं। ऑनलाइन फूड ऑर्डर करने के लिए भी कंपनी ऐसे कर्ज देती है। भट्टाचार्य के अनुसार ई-पेलेटर का रेलवे टिकट की बुकिंग के लिए बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया जाता है। इसमें पे-लेटर ऑप्शन डेबिट कार्ड की डिटेल और ओटीपी की भरने की जरूरत को खत्म कर देता है। इससे ग्राहक तेजी से टिकट बुक कर सकते हैं।
25 करोड़ रुपए का दे चुकी है कर्ज
इस स्टार्टअप ने एक महीने में 25 करोड़ रुपए का कर्ज दिया है। 2019 तक कंपनी इसे सालाना 2,000 करोड़ रुपये तक ले जाने की तैयारी कर रही है। ई-पेलेटर ने इसके लिए आईडीएफसी बैंक से साझेदारी की है, जिससे वह यूपीआई के माध्यम से ट्रांजैक्शन कराएगी। भट्टाचार्य ने कहा, ‘हम अपने प्रॉडक्ट पर प्रतिदिन 6,000 ट्रांजैक्शंस देख रहे हैं। अगले 6 महीनों में हम इसे 10,000 तक पहुंचाना चाहते हैं।’ उन्होंने कहा कि इन ट्रांजैक्शंस का एवरेज टिकट साइज 3,000 रुपये है। ई-पेलेटर 14 दिन के लिए फ्री लोन देती है। यदि ग्राहक पेमेंट की डेडलाइन मिस करते हैं तो लेट पेमेंट पर कंपनी 3 पर्सेंट मंथली ब्याज वसूलेगी। उसे मर्चेंट पार्टनर से ट्रांजैक्शन का एक हिस्सा भी मिलता है। लेजीपे भी ऐसी सुविधा दे रही है।