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LIC बाेर्ड ने दी मंजूरी IDBI बैंक में 51 फीसदी का होगा मालिक

भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआर्इसी) ने सरकारी बैंक आर्इडीबीआर्इ बैंक में 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी दे दी है।

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LIC बाेर्ड ने IDBI बैंक में 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की दी मंजूरी

नर्इ दिल्ली। भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआर्इसी) ने सरकारी बैंक आर्इडीबीआर्इ बैंक में 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने की मंजूरी दे दी है। निदेशक मंडल आज इसकी मंजूरी दे दी है। इस मामले में पर आर्थिक सचिव एस सी गर्ग ने आज जानकारी दी। गर्ग ने जानकारी देते हुए कहा कि एलआर्इसी निदेशक मंडल की बैठक में आर्इडीबीआर्इ बैंक में 51 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गर्इ है। अधिग्रहण प्रक्रिया के लिए में अब एलआर्इसी को भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) से मंजूरी लेना होगा। बात दें कि बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने इसको लेकर पहले ही मंजूरी दे दी थी।


भारी कर्ज की बोझ तले डूबा है आर्इडीबीआर्इ बैंक
गौरतलब है आर्इडीबीआर्इ बैंक पर पहले से ही कर्ज का भारी बोझ है। लेकिन एलआर्इसी द्वारा इसके अधिग्रहण से बैंक को करीब 10,000 कराेड़ रुपये से लेकर 13,000 करोड़ रुपये तक की पूंजी समर्थन मिल सकेगा। आर्इडीबीअार्इ बैंक देश के उन बैंकाें में से एक है जिसका एनपीए (फंसा कर्ज) सबसे अधिक है। 21 मार्च 2018 तक इस बैंक का कुल एनपीए 28 फीसदी यानी 55,600 करोड़ रुपये था आैर इसी वजह से इस बैंक की दिक्कतें बढ़ीं है। मौजूदा वित्त वर्ष आर्इडीबीआर्इ बैंक को 18 हजार करोड़ रुपए की पूंजी की जरूरत है। एेसे में सरकार के पास इसमें नए निवेशकों काे लाने के आलावा आैर कोर्इ दूसरा विकल्प नहीं है। सिर्फ आइडीबीआर्इ बैंक ही नहीं बल्कि देश के कर्इ बड़े बैंकों को एनपीए के बोझ से दो चार होना पड़ रहा है।


एलआर्इसी आैर बैंकिं सेक्टर के एक साथ आने को लेकर उठ चुका है सवाल
इसके साथ एलआर्इसी इस सरकारी बैंक में बहुलांश हिस्सेदारी खरीदकर देश के बैकिंग सेक्टर में भी उतरने की तैयारी में है। एलआर्इसी को करीब 2,000 एेसे ब्रांच उपलब्ध होंगी जिसके जरिए वो अपने उत्पाद बेचेगी। वहीं दूसरी तरफ बैंक काे एलाअार्इसी के तरफ से भारी कोष तो मिलेगा ही। इस सौदे से करीब 22 करोड़ पाॅलिसीधारकों के खाते आैर कोष काे पहले से बेहतर प्रवाह मिलेगा। पहले से ही एलआर्इसी के पास देश के करीब 6 सरकारी बैंकों में करीब 10 फीसदी का स्टेक है। इसके अलावा एलआर्इसी के पास खुद का लोनबुक भी है जिससे वो निवेशकों आैर डेब्ट सेक्योरिटीज को उधार देती है। बीते कुछ समय में भारतीय रिजर्व बैंक के कुछ अधिकारियों ने देश के इस सबसे बड़ी बीमा कंपनी आैर बैंकिंग सेक्टर के एक साथ जुड़ने को लेकर सवाल खड़ा किया था।

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