
Orinetal Bank of Commerce ने ग्राहकों को होम-ऑटो लोन पर सस्ते EMI का दिया तोहफा
नई दिल्ली। सरकारी बैंक ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स (ओबीसी) ने अगल-अलग अवधि के लिए ब्याज दरों में कटौती करते हुए अपने ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है। इस सरकारी बैंक ने मार्जिन कॉस्ट ऑफ लेंडिग रेट यानी MCLR में 0.10 फीसदी की कटौती करने का फैसला लिया है। बैंक ने यह भी कहा है कि यह कटौती आज यानी 11 जून 2019 से ही लागू कर दिया गया है। बैंक के इस फैसले के बाद आपका मौजूदा लोन सस्ता हो जाएगा और आपको इसपर वर्तमान के मुकाबले कम EMI देनी होगी।
कितनी कम हुई ब्याज दरें
उल्लेखनीय है कि गत ६ जून को भारतीय रिजर्व बैंक ( RBI ) ने अपने तीन दिवसीय बैठक के बाद रेपो रेट में कटौती करने का फैसला किया था। आरबीआई द्वारा इस कटौती के बाद ही OBC ने भी अपने ब्याज दरें घटाने का यह फैसला लिया है। बैंक ने इसके बारे में स्टाॅक एक्सचेंज पर नियामकीय फाइलिंग में जानकारी दी है। OBC के इस फैसले के बाद एक महीने और छह महीने की अवधि वाले लोन पर लगने वाला ब्याज दर 0.10 फीसदी कम हो गया है। इस कटौती के बाद एक माह के लिए OBC का ब्याज दर 8.45 फीसदी से घटकर 8.35 फीसदी और छह माह के लिए ब्याज दर 8.60 फीसदी से घटकर 8.50 फीसदी के स्तर पर आ गया है।
क्या है एमसीएलआर रेट
बता दें कि बैंकों के लिए लेंडिंग इंटरेस्ट रेट तय करने के लिए एक फॉर्मूला बनाया गया है, जिसे मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड लेंडिंग रेट यानी एमसीएलआर कहा जाता है। आरबीआई ने बैंकों फॉर्मूला बनाया है जो कि उनके फंड के मार्जिनल कॉस्ट पर आधारित है। इस फॉर्मूले की वजह से ग्राहकों को कम ब्याज दरों का फायदा मिलता है। साथ ही, इससे बैंकों द्वारा ब्याज दरें तय करने में पारदर्शिता भी रहती है।
एमसीएलआर से आपको क्या फायदा मिलता है
एमसीएलआर के लिए जो नियम बनाया गया है, उससे बैंकों के नए ग्राहकों के साथ-साथ पुराने ग्राहकों को भी एमसीएलआर रेट में कटौती का फायदा मिलता है। एक ग्राहक के तौर पर आपको यह फायदा होगा कि यदि आपने एमसीएलआर बदलने से पहले किसी प्रकार का लोन लिया और उसका लेंडिंग रेट फॉर्मूले से जुड़ा हुआ है, तो एमसीएलआर घटने के साथ ही आपकी ईएमआई गौरतलब है कि अप्रैल 2016 से ही यह लागू कर दिया गया था जिसके बाद से ही सभी बैंक नए फॉर्मूले के तहत मार्जिनल कॉस्ट से लेंडिंग रेट तय करते आ रहे हैं। नियमों के तहत सभी बैंक हर माह एमसीएलआर की जानकारी देते हैं। आरबीआई की इस नियम की वजह से बैंकों में प्रतिस्पर्धा तो बढ़ी ही है, साथ ही देश के आर्थिक ग्रोथ में भी इसका लाभ मिलता है।
Business जगत से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर और पाएं बाजार, फाइनेंस, इंडस्ट्री, अर्थव्यवस्था, कॉर्पोरेट, म्युचुअल फंड के हर अपडेट के लिए Download करें Patrika Hindi News App.
Published on:
11 Jun 2019 06:38 pm
बड़ी खबरें
View Allफाइनेंस
कारोबार
ट्रेंडिंग
