2013 में सारदा चिटफंड मामले में एसआर्इटी प्रमुख थे राजीव कुमार
बताते चलें कि ममता बनर्जी की खास अधिकारियों में से एक माने जाने वाले राजीव कुमार 1989 बैच के पश्चिम बंगाल काडर के अधिकारी हैं। राजीव कुमार मूल तौर पर उत्तर प्रदेश के चंदौसी जिले के रहने वाले हैं। उनके पिता चंदौसी के एक काॅलेज में प्रोफेसर थे। कुमार ने एसएम काॅलेस से पढ़ार्इ पूरी किया था जिसके बाद यूपीएससी के तैयारियों में जुट गए थे। वर्तमान में राजीव कुमार बंगाल पुलिस में कोलकाता कमिश्नर के पद पर नियुक्त हैं। गौरतलब है कि साल 2013 में सारदा चिटफंड घोटाले में राज्य सरकार ने एक SIT गठित किया था। राजीव कुमार इसके प्रमुख के तौर पर नियुक्त किए गए थे। इस दौरान उन्होंने जम्मू-कश्मीर में सारदा के चीफ सुदीप्त सेन गुप्ता व उनके सहयोगी देवयानी का गिरफ्तार किया था।
6.92 लाख के घर में रहते हैं राजीव कुमार
अार्इपीएस अधिकारियों द्वारा अपनी अचल संपत्तियों के बारे में जानकारी दाखिल करना अनिवार्य है। यदि कोर्इ अधिकारी एेसा नहीं करता तो उनपर कानूनी कार्रवार्इ भी की जाती है। 1 जनवरी 2019 तक कोलकाता पुलिस कमिश्नर राजीव कुमार द्वारा दाखिल आर्इपीआर के मुताबिक, उनके पास स्प्रिंग मिडोलज काेआॅपरेटिव सोसाइटी में एक घर है। इस घर की कीमत के बारे में उन्होंने कोर्इ जानकारी दी है। इसके लिए उन्होंने कहा अपने कागजात में कहा है कि मौजूदा नियमों के तहत वो इस घर को फिलहाल बेच नहीं सकते, एेसे में वो इस घर की वास्तविक कीमत बताने में अक्षम है।। हालांकि, उन्होंने कहा है कि इस घर में उन्होंने कुल 6.92 लाख रुपए का निवेश किया है। इसके लिए उन्होंने 1.22 लाख रुपए व्यक्तिगत सेविंग्स से आैर 5.70 लाख रुपए सरकारी लोन के रूप में लिया है। यह लोन उन्होंने साल 1998 में लिया था। इस लोन का पहला इंस्टाॅलमेंट 1.06 लाख रुपए का है जिसे उन्होंने जमा कर दिया है।